अलवर कांड के 4 दिन बित चुके हैं लेकिन पुलिस के हाथ खाली है. जांच टीम ने मामला में अब तक कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की है. लेकिन इसी बीच पुलिस के नए खुलासे ने पूरे मामले पर ही सवालिया निशाना खड़ा कर दिया है. मेडिकल बोर्ड के हवाले से दिए गए पुलिस के इस बयान के बाद अलवर गैंगरेप कांड में अब नया मोड़ आ गया है. पुलिस का कहना है कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं है.
पुलिस खुद भी मामले को गैंगरेप मानकर ही छानबीन कर रही थी. पुलिस CCTV फुटेज को आधार बनाकर पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रही है. राजस्थान सरकार ने मामले में जांच का जिम्मा SIT को सौंप दिया है.
हैवानों की शिकार बनी बच्ची के घरवालों की मानें तो उनकी लाडली दरिदों के चंगुल में कब, कहां और कैसे फंसी इसका उन्हें पता ही नहीं चला. घरवालों ने तो बच्ची की खोजबीन तब शुरु की जब वो शाम तक घर नहीं पहुंची. पीड़ित परिवार तो गहलोत सरकार से पूछ रहा है कि, आखिर इंसाफ कब मिलेगा? वहीं पीड़िता का इलाज जयपुर के जेके लोन अस्पातल में चल रहा है, जहां उसकी हालत स्थिर है..
पुलिस की ताजा खुलासे के बाद अलवर कांड में नया मोड़ जरूर आ गया है.. लेकिन इस घटना पर राजस्थान की राजनीति में आया उबाल कम नहीं हो रहा. बीजेपी ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी के राज्यसभा सासंद किरोड़ी लाल मीणा मामले में सीबीआई जांच की मांग की. बीजेपी का आरोप है कि गहलोत सरकार मामले पर लीपापोती का काम कर रही है.
राजस्थान के साथ-साथ दिल्ली में भी मामले पर सियासत गरमा गई है. बीजेपी प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मामले पर तीखे सवाल पूछ रही है. बीजेपी के सवालों के बीच प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात की और इसकी जानकारी दी कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर ने. धीरज गुर्जर जहाजपुर सीट से विधायक है.