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एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती थी गांव में, युवाओं ने खुद ही बना डाली सड़क

नवनीत बत्ता |

बेशक हमीरपुर जिला प्रदेश का एक विकसित जिला माना जाता है। लेकिन, कई जगह कुछ इलाके ऐसे हैं जहां कहीं ना कहीं कमी जरूर दिखाई देती है। हम आपको हमीरपुर जिला के बड़सर विधानसभा में महारत पंचायत की हरिजन बस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं। ये बस्ती सड़क से 300 मीटर दूर है और राज नेताओं को इस गांव को सड़क से जोड़ने का कोई ध्यान अभी तक  नहीं आया। सबसे बड़ी दिक्कत स्वास्थ्य खराब होने की सूरत में पेश आती।

गांव के युवाओं ने शुरू किया सड़क निर्माण का काम

इसी वजह से  स्थानीय लोगों को खुद आगे आकर इस बस्ती का सड़क निर्माण का काम करना पड़ रहा है। बस्ती के ही करीब 10 युवाओं ने इस गांव को सड़क के साथ जोड़ने का प्रण लिया हुआ है। इसी के चलते उन्होंने यहां पर खुद ही सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया। ब्लॉक समिति सदस्य सुनील कुमार के साथ 10 लोगों से जुड़े और उन्होंने खुद ही सड़क बनाने का काम शुरू किया तो उनको 30,000 रुपये के रूप में एक ग्रांट सरकार की तरफ से मिली जबकि, इस सड़क को पूरा करने में 2 लाख रुपये का खर्चा होना है और अब सरकार ने 90,000 रुपये इस सड़क के निर्माण को देने का वादा इन युवाओं से किया है और जल्दी ही 60,000 रुपये की राशि सड़क निर्माण के लिए मिलने वाली हैं।

इन लोगों का कहना है कि दिन को वह अपने दैनिक कार्य करते हैं और फिर शाम को या फिर छुट्टी के दिन जब भी अतिरिक्त समय मिलता है तो सभी लोग सड़क निर्माण का काम कर रहे हैं। इसमें एक स्थानीय मिस्त्री भी उनके साथ रहता है जो कि सड़क निर्माण में उनकी सहायता करता है और सीमेंट से बनने वाली सड़क में लेबलिंग का काम करता है। लोगों का यह कहना है कि कम से कम सड़क को 7 फुट चौड़ा बनाया जा रहा है ताकि, एंबुलेंस आसानी से हमारे घरों तक पहुंच सके और किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।