एनपीएस के लागू होने के चलते एनपीएस से प्रभावित कर्मचारियों के हितों को लेकर पूर्व सांसद राजन सुशांत घरने पर बैठे हैं। धरने के 300 दिन पूरे होने पर उन्होंने आज प्रेसवार्ता का आयोजन कर सरकार और विपक्ष को आड़े हाथ लिया। राजन सुशांत ने कहा कि दोंनों ही पार्टियों की सरकार कर्मचारी विरोधी रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकारों ने विधायिका और न्यायपालिका को छोड़कर सभी को एनपीएस में डालकर लोगों के साथ भद्दा मजाक किया है और सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें मिलने वाले लाभों से वंचित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि आज का कर्मचारी सरकार से खासा नाराज चल रहा है तभी तो पिछले चुनावों में कर्मचारियों ने सरकार के विरुद्ध काम किया जिसके कारण सरकार को चुनावों में मुंह की खानी पड़ी। शब्दों ही शब्दों में उन्होंने पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके स्वर्गीय वीरभद्र सिंह कोसते हुए उन्होंने एनपीएस को लागू करने का जिमेदार ठहराया । वहीं, उन्होंने विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के अगर हेलीकाप्टर बेचने पड़े तो बेच देंगे लेकिन कर्मचारियों के लिए एनपीएस लागू करेंगे वाले बयान पर कहा कि अग्निहोत्री तब कहां थे जब उनकी सरकार ने एनपीएस लागू की थी।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि डॉ. राजन सुशांत तो पिछले 300 दिनों धरने पर हैं लेकिन पक्ष और विपक्ष को कोई पूछे कि उन्होंने आज दिन तक इसपर क्या किया? वहीं इसके साथ साथ उन्होंने मीडिया पर भी सवाल उठाते कहा कि मीडिया ने भी पिछले 300 दिनों से डॉ राजन सुशांत की सुध नहीं ली । उन्होंने कहा कि मीडिया में तो केवल पेड न्यूज़ लगाता है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब से कांग्रेस और यूपी से भाजपा को उखाड़ फैंका तो ये सरकार कभी वापसी नहीं कर सकती।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अगर डॉ. राजन सुशांत चुनाव लड़ते हैं तो इसमें हर्ज ही क्या है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में डॉ. राजन सुशांत प्रदेश में सरकार बनाएंगे और एनपीएस का समाधान करेंगें।