बिलासपुर के स्वारघाट की ग्राम पंचायत कुटैहला के धारभरथा, काथला, मतनोह व अन्य नजदीकी गांवों के बाशिंदे तेंदुए की दहशत से खौफ में है। बता दें कि तेंदुआ अब तक क्षेत्र के अनगिनत पालतू कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है और तेंदुआ कई बार ग्रामीणों को गांव के आम रास्तों, घरों के आस-पास और साथ लगते जंगलों में घात लगाए हुए देखा है। तेंदुए के भय से उपरोक्त गांवों के ग्रामीणों ने दिन ढलते ही घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है।
विशेषकर लोग अपने बच्चों को लेकर चिन्तित रहते है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए की धरपकड़ के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। धारभरथा गांव से तेंदुए ने अब तक दो पालतू कुतों को अपना निवाला बनाया है तो वहीं मतनोह और काथला गांव में भी तेंदुए ने पालतू कुत्तों को अपना शिकार बनाया है।
वहीं, धारभरथा के रोहित कुमार ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व जब वह अपनी बाइक पर घर आ रहा था तो घर के पिछवाड़े तेंदुआ घात लगाए हुए मिला था। जैसे ही बाइक की लाइट तेंदुए पर पड़ी तो वह वहां से भाग गया था इसी तरह गांव के अन्य ग्रामीणों को भी कई बार तेंदुआ घात लगाकर बैठा हुआ मिला है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए की धरपकड़ के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।