नौवीं राष्ट्रीय महिला आइस हॉकी चैपियनशिप 2022 वीरवार को आइस हॉकी रिंक काजा में सम्पन्न हुई। चैंपियनशिप की विजेता केंद्रीय शासित प्रदेश लद्दाख और चंडीगढ़ की टीम उपविजेता रही। एसडीएम काजा मोहन दत शर्मा ने स्वर्ण पदक देकर विजेता टीम को सम्मानित किया। आईटीबीपी 17वीं बटालियन के कमाडेंट देवेंद्र कुमार ने उप विजेता टीम को रजत मैडल पहनाकर सम्मानित किया।
इसके साथ ही आइस हॉकी एसोसियेशन ऑफ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अभय डोगरा और महासचिव रजत मल्होत्रा ने दिल्ली की टीम को तीसरा स्थान हासिल करने पर कांस्य पदक देकर सम्मानित किया। वहीं चैपियनशिप में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को आइस हॉकी एसोसियेशन ऑफ इंडिया की तरह से सर्टिफिकेट भी वितरित किए गए। वहीं करमा यीशे खांडो के नाम से शुरू हुए बेस्ट प्लेयर अवार्ड को दिया गया। इस बार दो स्पिति की खिलाड़ियों में यह अवार्ड दिया गया जिनमें कुलिंग गांव की रहने वाली जर्सी नंबर 1 थिनले बाग्मो और शलखर गांव की रहने वाली जर्सी नंबर आठ रिगजिन डोलमा शामिल है।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि आइस हॉकी एसोसियेशन ऑफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र सिंह जींदी ने शिरकत की। वहीं कार्यक्रम को विशेष तौर पर वीडियो के माध्यम केंद्रीय सूचना प्रसारण एंव खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने अपने वीडियो मैसेज के माध्यम से कहा कि मैं आइस हॉकी ऐसोसियेशन ऑफ इंडिया और लाहौल स्पीति को बहुत बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने शानदार राष्ट्रीय महिला आइस हॉकी चैपियनशिप 2022 का सफल आयोजन किया। इसमें हमारे युवा खिलाड़ियों को खेलने का अवसर भी मिला।
उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति बहुत खूबसूरत इलाका भी है और जब बर्फ की चादर ओढ़े हुए होता है तो ओर भी खूबसूरत लगता है। मैं डॉ. राम लाल मारकण्डा और सारी टीम और एसोसियेशन को बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाई देना चाहता हूं। यहां पर हाई एल्टीटयूड स्पोटर्स सैंटर यहां बनने जा रहा है। उसमें आइस हॉकी रिंक होगा। यहां पर हमारे बेटी बेटियों को खेलने का और प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलेगा़। भविष्य में देश और प्रदेश के लिए मैडल जितने के अवसर भी मिलेंगे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि आइस हॉकी में सुविधाएं कम थी उसके बावजूद हमारे यहां के बेटे बेटियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम लगातार आपके लिए सुविधाओं में सुधार करते रहे ताकि आपको अच्छा प्रशिक्षण मिले और भारत के लिए मैडल जीत सकें। मैं व्यक्तिगत रूप से आना चाहता था। लेकिन आपको ये वीडियो लखनउ से रिकार्ड करके भेज रहां हुं। आने वाले सालों में आपके बीच में अवश्य आउंगा ताकि आपके खेल को देखने का मौका मिले और आधारभूत ढांचा मुहैया करवाने का अवसर मिले।