हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय के वाइस चांसलर की पोस्ट के लिए रेस तेज हो गई है। नई सरकार के बनते ही लंबे समय से खाली चल रही वीसी पोस्ट के लिए कई नाम भी सामने आने लगे है। पोस्ट के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट 21 जनवरी है जिसके लिए 15 एप्लीकेंट्स अप्लाई कर चुके है और आवेदनों की संख्या बढ़ती जा रही है। पूर्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय के दो वीसी रहे प्रोफेसर भी इसके लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं।
सुत्रों के मुताबिक, कुछ जूनियर प्रोफेसर जिनके पास प्रोफेसर के तौर पर आवश्यक, और प्रशासनिक अनुभव नहीं है लेकिन पॉलटिकल कनेक्शन के बावजूद इस रेस में सबसे आगे है। कुछ एकेडमिशियन, जो चुनावों के दौरान पार्टी के लिए काम कर रहे थे वो भी इस दौड़ में बताए जा रहे है। लेकिन UGC की गाइडलांइस के अनुसार ऐसे व्यक्तियों को टॉप पोस्ट देने पर रोक है।
SFI की कोर्ट जाने की धमकी
चुनावों के दौरान पार्टी के लिए काम कर रहे कुछ टीचर्स के लैक्चर्स को SFI ने रिकार्ड किया है। SFI ने धमकी दी है कि अगर जांच कमेटी वीसी के लिए इन लोगों को चुनती है तो वो इस मामले को कोर्ट में ले जाएगें।
बता दें HPU में पिछले साल मई 25, 2017 से प्रोफेसर एडीएन वाजपेयी के रिटायर होने के बाद से पोस्ट खाली पड़ी है। अभी तक इस पर यूनिवर्सिटी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। और चांसलर द्वारा बनाई गई जांच कमेटी के पैनल के नाम भी स्बमीट नहीं करवाए हैं।