देशभर में 73वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हिमाचल प्रदेश में भी गणतंत्र दिवस के मौके पर सभी जिलों में समारोह आयोजित किए गए। वहीं, बिलासपुर में आयोजित जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में पहुंचे मंत्री महेंद्र सिंह की जुबान फिसल गई। अपने संबोधन के दौरान मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि कारगिल योद्धा संजय कुमार को मरणोपरांत परमवीर चक्र मिला था। लेकिन मंत्री जी इस बात को भूल गए कि संजय कुमार अभी भी देश सेवा में जुटे हैं और अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इतना ही नहीं मंत्री ने देश के वीरों की गाथा सुनाते हुए बिलासपुर के वीर जवान संजय कुमार के सम्मान का नाम भी गलत बोल दिया। मंत्री ने मंच से कह दिया कि उन्हें मरणोपरांत परमजीत चक्र से नवाजा गया था।
बता दें कि मंत्री महेंद्र सिंह खुद एक सैनिक रह चुके हैं लेकिन हैरानी इस बाद की है कि उन्हें देश के तीन जीवित परमवीर चक्र विजेताओं के नाम तक याद नहीं। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं मंत्री के इस बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है। सवाल ये है अगर मंत्री जी देश की सेवा करने वाले हिमाचल के जवानों को याद नहीं रख सकते तो फिर शहीदों के सम्मान को कैसे याद रखेंगे? अगर मंत्री जी को वाकई में परमवीर चक्र जैसे सम्मान की जानकारी नहीं है तो उन्हें खुद के मंत्री बनने पर भी सोचना चाहिए कि वो किस जिम्मेदार ओहदे पर बैठे हैं।