कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के दबाव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर उनके फॉलोवरों की संख्या नहीं बढ़ने दे रहा है। उनका आरोप है कि अब जबकि आम लोगों तक पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम सोशल मीडिया है तब मोदी सरकार लोगों को हमसे जुड़ने से रोक रही है। राहुल गांधी ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए घातक है।
कांग्रेस नेता ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार के ‘दबाव’ के चलते सोशल मीडिया साइट उनके फॉलोवर्स को सीमित कर रही है।
राहुल गांधी ने अग्रवाल को लिखे अपने पत्र में कहा, “आप पर यह सुनिश्चित करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि ट्विटर भारत में सत्तावाद के विकास में सक्रिय रूप से मदद नहीं करता है।” उन्होंने कहा, “दुनिया भर में उदार लोकतंत्र और सत्तावाद के बीच वैचारिक लड़ाई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा आकार दिया जा रहा है। यह उन पर एक बड़ी जिम्मेदारी डालता है जो ट्विटर जैसी कंपनियों के शीर्ष पर हैं।”
हालांकि ट्विटर ने इसका खंडन किया है कि वह किसी दबाव में फॉलोवरों की संख्या कम कर रहा है। ट्विटर ने कहा, “हम भी चाहते हैं कि फॉलोअर्स की संख्या अकाउंट के साथ दिखे, लेकिन हम यह भी मानते हैं कि फॉलोअर्स वास्तविक हों। ट्विटर के पास हेरफेर और स्पैम के लिए कोई जगह नहीं है। हम मशीन लर्निंग टूल्स के जरिए हर सप्ताह बड़े पैमाने पर बॉट फॉलोअर्स और स्पैम की छंटनी करते हैं। ऐसे में फॉलोअर्स की संख्या में कमी हो सकती है।”
राहुल गांधी के मुताबिक अगस्त 2021 में उनके फॉलोअर्स की संख्या 54,803 कम हुई है, वहीं सितंबर में 1,327, अक्तूबर में 2,380 और नवंबर में 2,788 फॉलोअर्स कम हुए हैं। इस अवधि में सबसे ज्यादा पीएम मोदी के फॉलोअर्स बढ़े हैं जिनकी संख्या करीब 30 लाख है। राहुल गांधी ने कहा है कि ट्विटर पर मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल राहुल गांधी के फॉलोअर्स की संख्या 19.6 मिलियन है।
राहुल का ट्विटर अकाउंट अगस्त 2021 में उस समय विवादों में आ गया था, जब उन्होंने दिल्ली में एक बलात्कार पीड़िता के परिवार की एक तस्वीर ट्वीट कर दी थी।