महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान राजधानी शिमला में एक महिला ने CM के कार्यक्रम में खूब हंगामा किया। महिला के हंगामा करने की वजह कोई और नहीं बल्कि रोजगार छिन जाना था। बताया जा रहा है कि महिला ढली में चाय की दुकान चलाती हैं, लेकिन निगम ने उनकी दुकान को तोड़ दिया जिसके चलते वे रोती बिलखती सीएम के पास रिज मैदान पर पहुंची। महिला मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांग रखना चाहती थी लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया।
महिला का कहना है कि पिछले 40 सालों से अधिक समय से इस दुकान को चला रहे हैं। नगर निगम टीम ने इसे अवैध बताकर तोड़ दिया है। महिला ने मुख्यमंत्री के सामने आत्मदाह की धमकी भी दी है। पुलिस ने महिला को रोकना चाहा, लेकिन वह सीएम के समक्ष अपनी बात रखने पर अड़ी रही। जयराम ठाकुर ने महिला को देख लिया और उससे बात की। मुख्यमंत्री ने महिला को न्याय व राहत देने की बात कही है।
महिला के बेटे प्रदीप ठाकुर ने कहा उन्हें नगर निगम की ओर से दुकान खाली करने का नोटिस नहीं दिया गया। उन्होंने कहा मेरे ससुर की मौत हुई थी, वह अंतिम संस्कार में गए हुए थे। नोटिस उस दिन दिया गया जब दुकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। उन्होंने कहा कि सोमवार तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह रिज पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे।