जोगिंदरनगर न्यायालय में अनुमानित 16 लाख की लागत से रैंप तैयार कर दिया है। फरवरी से बुजुर्ग और दिव्यांग लोग इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। न्यायालय में रैंप के अभाव के चलते बुजुर्गों और दिव्यांगों को सीढ़ियों से पहुंचने के लिए दिक्कतें झेलनी पड़ती थीं। करीब 2 माह से रैंप के निर्माण कार्य चल रहा था जो अब अंतिम चरण में है।
रैंप में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टेनलेस स्टील की रेलिंग भी लगाई गई है। आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर लोक निर्माण विभाग ने रैंप के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा है।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र कुमार भलारिया ने रैंप के निर्माण के लिए विभाग का आभार जताया है। लोक निर्माण विभाग के अधिषाशी अभियंता संदीप सूद ने बताया कि न्यायलय के सीमित परिसर में रैंप का निर्माण पहले चुनौती लग रहा था, लेकिन अनुभव का इस्तेमाल और ठेकेदार कुशल कारीगरी से रैंप का निर्माण पूरा हो चुका है। फरवरी से इससे बुजुर्गों और दिव्यांगों के इस्तेमाल में लाया जा सकता है। जल्द ही इसका फिटनेस सर्टिफिकेट भी जारी कर देगा।