मंडी: सुंदरनगर कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक केशव नायक ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार से मांग की है कि जो हाईकोर्ट ने एम फार्म के बिना पेमेंट ना देने की शर्त लगाई है। उसमें हस्तक्षेप करें और कांट्रेक्टर के लिए नीति बनाएं जिससे विकास का जो पहिया हिमाचल प्रदेश में निरंतर घूम रहा है वह थम ना सके। उन्होंने दो टूक शब्दों में चेताया है कि कांट्रेक्टर को भी आगामी दिनों में होने जा रही कैबिनेट की मीटिंग में शामिल करें और इस मसले को जल्द से जल्द सुलझाया जाए जिससे लंबे समय से करोड़ों रुपए की जो अदायगी लंबित पड़ी है। उसका समय रहते कांट्रेक्टर को भुगतान हो सके।
इनका कहना है अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो जिला मुख्यालय से लेकर डिवीजन सबडिवीजन और सचिवालय शिमला तक हिमाचल प्रदेश के तमाम कांट्रेक्टर धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इतना ही नहीं बल्कि कांट्रेक्टर अपनी मांगों को मनवाने के लिए आत्मदाह करने के लिए भी मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में अगर सरकार ने कांट्रेक्टर की मांगों को नहीं माना तो जिला मुख्यालय में उपायुक्त कार्यालय से लेकर तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों का कांट्रेक्टर घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
दूसरी ओर उन्होंने सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पिछले काफी समय से जो मिनी पंजाब नाम से प्रख्यात क्षेत्र बल्ह है। उसको हजारों करोड़ों रुपए के हिसाब से खनन करने के लिए पैसे तो ले लिए हैं। लेकिन आज दिन तक इस दिशा में कोई भी काम नहीं हुआ है। इतना ही नहीं बल्कि कई कांट्रेक्टर के करोड़ों रुपए के हिसाब से पैसे अभी भी सरकार के खजाने में पड़े हैं और उनकी अदायगी आज दिन तक नहीं की गई है।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के आला अधिकारियों को दो टूक शब्दों में चेताया है कि वह आगामी भविष्य में कोई भी टेंडर कॉल ना करें। अन्यथा विभाग के खिलाफ भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। इस अवसर पर सुंदर नगर कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों में कर्म दास निराश विजय कुमार शर्मा अजय कुमार शर्मा जगदीश बुद्धि सिंह ओम ज्योति पुष्पराज रमेश रोशन गुलेरिया जगदीश कुमार ठाकुर अनिल सुरेश कुमार जीतराम समेत एक दर्जन से अधिक कांट्रेक्टर ने भाग लिया।