बीते कुछ दिनों से हड़ताल पर चल रहे प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल से बैठक के बाद एनएचएम कर्मियों ने अपनी हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया है। एनएचएम कर्मियों की मांग को लेकर सरकार ने 3 महीने के भीतर पॉलिसी बनाने का आश्वासन दिया है।
एनएचएम कर्मी प्रदेश सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं और कर्मी बीते 2 दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। एनएचएम कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले 20-25 सालों से सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन सरकरा एनएचएम कर्मियों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बना पाई है। वहीं, एनएचएम कर्मियों की हड़ताल में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, काउंसलर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सुपरवाइजर और लैब तकनीशियन शामिल होने के कारण मरीज भी परेशान रहे। इतना ही नहीं एनएचएम कर्मियों की हड़ताल के चलते प्रदेश भर में कोरोना टेस्टिंग पर भी असर पड़ा है। हड़ताल के चलेत बीते कल कोरोना टेस्टिंग कम देखने को मिली।