आमतौर पर फरवरी महीने में इतनी ज्यादा न तो बर्फ गिरती है और न ही इतनी कड़ाके की ठंड होती है। मगर इस बार सारे रिकॉर्ड टूट गए। पिछले दो दिनों से बिना थमे लगातार दिन रात बारिश के चलते कई सालों बाद मंडी जिले में काफी नीचे तक बर्फ आ गई है। जिले के रिवालसर क्षेत्र तक बर्फ का आ जाना और चौहारघाटी में कई कई फीट बर्फ का जम जाना, घोघराधार पर जमकर बर्फबारी होना अपने आप में नया रिकार्ड बना है।
समुद्रतल से तीन हजार फीट की उंचाई पर भी बर्फ की तह जम गई है। फाहे तो और भी नीचे तक आ गिरे हैं। नदी नालों में जल स्तर बढ़ गया है। खेत पानी से लबालब हो गए हैं, सेब के बागीचों में बर्फ की मोटी तह जम गई है। दर्जनों सड़कें बर्फबारी से बंद हो गई हैं। पूरा जिला कड़ाके की ठंड में लिपट गया है। एक तरफ जहां यह एक तरह से सोना बरसा है, खुशहाली का प्रतीक है, प्राकृतिक जल स़्त्रोतों के गर्मियों में भी भरपूर रहने की उम्मीद बनी है तो दूसरी तरफ इस बर्फबारी-बारिश ने लोगों का जीवन दुभर कर दिया है।
बिजली का संकट कई जगह पर पैदा हो गया है। आने जाने के साधन खत्म हो गए हैं, पेयजल की पाईपें जम जाने से पानी का संकट खड़ा हो गया है, पशुओं के लिए चारे की समस्या आन खड़ी हुई है। बारिश व बर्फबारी ने पूरे जिले के जनजीवन को अस्त व्यस्त करके रख दिया है।