शिमला में बर्फबारी की वजह से एक तरह से वाइट इमरजेंसी छा गई है। इसके लिए विभाग जोरों शोरों से शिमला शहर को बहाल करने पर जुटा है। डीसी शिमला आदित्य नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिमला शहर और जिला के अन्य स्थानों पर भारी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध सड़कों को सुचारू करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है ताकि जिला के नागरिकों को इस दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े। उन्होंने जिला के नागरिकों और पर्यटकों से इस दौरान ऐहतियात बरतने का आग्रह किया ताकि फिसलन भरी सड़कों पर किसी भी प्रकार की अनहोनी का सामना ना करना पड़े।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मात्रा में मशीनरी और लेबर उपलब्ध है जो बर्फबारी को हटाने में लगातार जुटी हुई है। जिला में कुल 76 जेसीबी, 9 रोबोट और 12 डोजर के साथ पर्याप्त मात्रा में लेबर के माध्यम से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। शिमला शहर में 11 जेसीबी 5 रोबोट के द्वारा बर्फ हटाई जा रही है वहीं लेबर के माध्यम से सड़कों व मार्गों से बर्फ हटाने के साथ-साथ फिसलन भरी सड़कों पर रेत बिछाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि शिमला शहर के अतिरिक्त जिला के शिमला ग्रामीण में 11 जेसीबी, 2 डोजर और एक रोबोट, थियोग उपमंडल में 7 जेसीबी, 4 डोजर तथा 2 रोबोट, कोटखाई व रोहडू उपमंडल में 9 जेसीबी, 2 डोजर और एक रोबोट, रामपुर बुशहर उपमंडल में 7 जेसीबी, 2 डोजर, चौपाल उपमंडल में 24 जेसीबी और कुमारसैन उपमंडल में 7 जेसीबी तथा 2 डोजर के द्वारा युद्ध स्तर पर बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है।