छठे पे कमीशन की विसंगतियों को लेकर कर्मचारियों ने सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। 41 संगठनों के कर्मचारियों ने संयुक्त कर्मचारी महासंघ का गठन कर सरकार के खिलाफ आंदोलन की शिमला से रणनीति बना ली है जिसकी शुरुआत 20 फरवरी से मुख्यमंत्री के गृह जिले से की जाएगी और उसके बाद प्रदेश भर में सम्मेलन और धरना प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे।
संयुक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा है कि कर्मचारी पंजाब के हूबहू पे कमीशन को लागू करने की मांग कर रहे हैं। अगर इसमें एक भी रुपये की कमी हुई तो आंदोलन होगा। सरकार थर्ड विकल्प देने की बात कर रही है लेकिन उससे भी केवल 25 फीसदी कर्मचारियों का ही फायदा होगा। सरकार ऑर्डिनेंस लाकर कर्मचारियों को आश्वासन दे कि किसी भी कर्मचारी की रिकवरी नहीं होगी। सरकार ने अगर कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो आंदोलन को तेज किया जाएगा और विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।