संसद के बजट सत्र का सातवें दिन पीएम मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। इससे पहले उन्होंने बीते सोमवार को लोकसभा में जवाब दिया था। वहीं इससे पहले सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक भी हुई। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अर्बन नक्सल के जंजाल में फंस गई है। उनके सोचने के तरीकों पर अर्बन नक्सलों ने कब्जा कर लिया है और ये देश के लिए चिंता का विषय है। अर्बन नक्सल ने कांग्रेस की दुर्दशा का फायदा उठाकर ये किया है। हम इतिहास नहीं बदलना चाहते हैं, बस कुछ लोगों की मेमोरी बढ़ाना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने रोजगार को लेकर बताया कि 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग EPFO से जुड़े हैं, ये सब फॉर्मल जॉब हैं। इनमें से भी 65 लाख 18-25 आयु के हैं यानी इन लोगों की पहली बार जॉब मार्केट में एंट्री हुई है। कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद हायरिंग दोगुनी हो गई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्र से भी समस्या है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर ऐसा है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यो है, अगर दिक्कत है तो पार्टी का नाम बदलकर फेडरेशन ऑफ कांग्रेस कर देना चाहिए।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ दल के बड़े नेताओं ने पिछले दो साल में जो अपरिपक्वता दिखाई है उससे देश को बहुत निराशा हुई है। हमने देखा कि कैसे राजनीतिक स्वार्थ में खेल खेले गए, भारतीय वैक्सीन के खिलाफ मुहिम चलाई गई। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं गुजरात में था तो मेरे साथ क्या-क्या जुल्म हुए मैं भूल नहीं सकता हूं। दिल्ली की सरकार ने यह जुल्म किया लेकिन मैं जानता था कि देश के विकास के लिए गुजरात का विकास जरूरी है। राज्य की प्रगति से ही देश की प्रगति होगी।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस परिवार के आगे कुछ भी नहीं सोचती है। कुछ लोग बोलते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता…तो आज मैं बताता हूं कि क्या होता…प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटा नहीं गया होता। लोकतंत्र में परिवारवाद सबसे बड़ा खतरा होता है। कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक नहीं होता। जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती। कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार ना होता। कश्मीर के पंडितो को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न होती तो देश का विकास नहीं रुकता। अगर कांग्रेस न होती तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता।
पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में कुछ साथियों ने भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश की और ऐसा लग रहा था कि उन्हें इसे पेश करने में आनंद भी आ रहा था। मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जय-पराजय होती रहती है, उससे छाई हुई व्यक्तिगत जीवन की निराशा कम से कम देश पर नहीं थोपनी चाहिए। राज्यसभा में जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए काल से महंगाई की तुलना करें तो पता चलेगा महंगाई क्या होती है। उन्होंने कहा कि यूपीए काल में महंगाई दहाई अंक में थी। अगर अमेरिका की तुलना करें तो भारत में महंगाई कम ही है। हम महंगाई को रोकने की हर संभव कोशिश कर रह रहे हैं।