Follow Us:

अनिल शर्मा के बयान से मंडी की राजनीति में फिर आई गर्माहट

|

मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंडी सदर दौरे के दौरान नदारद रहना अब यहां पर चर्चा का विषय बन गया है। भाजपा ने जहां उन्हें परिवार और पुत्र मोह से बाहर आकर मंडी सदर के विकास पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली है तो वहीं कांग्रेस ने तंज कसा है कि अनिल शर्मा जो तकनीकी तौर पर अभी भाजपा के विधायक हैं लोगों से जाकर पूछ रहे हैं कि बताओ अब मैं किस पार्टी का टिकट लेकर आउं। इसी बीच मंगलवार को अनिल शर्मा के आए ब्यानों से मंडी की राजनीति में फिर से गर्माहट आ गई है।

अनिल शर्मा ने अपने ब्यान में कहा, बीते रविवार को माननीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले तवारफी गांव के पास इंडस्ट्रियल एस्टेट का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने अपने गृहक्षेत्र सराज के बाखली में रोपवे का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित किया। यहां कुछ लोगों ने सीएम के समक्ष पंडोह क्षेत्र के विकास को लेकर कुछ मांगें रखी। जिसपर मुख्यमंत्री ने लोगों को यह तंज कसा कि आपका विधायक तो यहां पर है नहीं और आप मांगें रख रहे हैं।

अनिल ने कहा कि मुख्यमंत्री की ऐसी बातों से जाहिर हो रहा है कि वे लोगों के बीच सिर्फ भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए ऐसा कह रहे हैं। उन्हें ज्ञान होना चाहिए की सदर क्षेत्र के जिस कार्यक्रम में शामिल होने वे वहां पर गए थे उस कार्यक्रम का विधायक को कोई निमंत्रण ही नहीं था। न तो मुझे इस कार्यक्रम के लिए कोई फोन आया और न ही कोई अन्य निमंत्रण पत्र। मैं सदर का चुना हुआ प्रतिनिधि हूं और इस नाते प्रशासन और संबंधित विभाग का यह दायित्व बनता है कि वे चुने हुए प्रतिनिधि को कार्यक्रम में आमंत्रित करे।

मुख्यमंत्री का भी यह फर्ज बनता है कि वे प्रशासन और अधिकारियों से यह पूछें कि चुने हुए प्रतिनिधि को निमंत्रण क्यों नहीं दिया गया, न कि जनता के बीच बेबुनियाद की बातें करके भ्रम की स्थिति पैदा करें। कुछ समय पूर्व कोटली में हुए मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में जब मुझे निमंत्रण दिया गया तो मैं वहां पर गया और क्षेत्र की बात रखी। लेकिन जब किसी कार्यक्रम में बुलाया ही न जाए, तो फिर कोई वहां पर क्यों जाए।

अनिल बोले कि मैं सदर क्षेत्र की जनता को बताना चाहता हूं कि प्रदेश की मौजूदा सरकार खुद सदर के साथ भेदभाव भरा रवैया अपना रही है और इसका दोष विधायक को दिया जा रहा है। यदि सरकार चाहती तो सदर में भी सराज और धर्मपुर जैसा विकास हो सकता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने सदर की अनदेखी की है और सरकार को इसका सबक सदर की जनता आगामी विधानसभा चुनावों में जरूर सिखाएगी।

अनिल शर्मा के बयान पर भाजपा नेताओं ने किया पलटवार

अनिल शर्मा द्वारा मुख्यमंत्री पर भ्रमित करने के आरोप पर मंडी भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जिला भाजपा द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि पिछले तीन सालों से सदर विधायक अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागते रहे और चुनावी वर्ष आते ही प्रकट हो गए हैं। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाने से पहले अनिल शर्मा पिछले तीन सालों का हिसाब किताब दे। उन्होंने कहा झूठ व भ्रम का ताजा उदाहरण सदर विधायक का वर्तमान विधानसभा क्षेत्र का प्रवास है जहां पर उनके पास बताने के लिए कुछ नहीं अपितु वे केवल अपने परिवार के गुणगान तक सीमित रह गए हैं। बयान में कहा गया कि कोरोना काल में अपने घर से बाहर न निकलने वाले विधायक आज किस मुंह से जनता के बीच जा रहें है।

उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कभी भी क्षेत्रवाद और परिवारवाद की राजनीति नहीं की। सदर विधानसभा की जनता की भावनाओं को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर जीते अनिल शर्मा को ऊर्जा मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था पंरतु अपने परिवार तक सीमित रहने वाले इस परिवार ने मंडी सदर की जगह अपने परिवार को उपर रखा और जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सदर विधानसभा क्षेत्र लगातर विकास पथ पर अग्रसर है और इन विकास कार्यों पर टिका टिपण्णी और आलोचना के स्थान पर विधायक सरकार का सहयोग करे। सदर की जनता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ है उन पर विश्वास करती है और बार बार सहूलियत और परिवारवाद के लिए विकास के साथ समझौता करने वाले लोगों को आने वाले चुनावों में मुहतोड़ जवाब देगी।

दूसरी ओर कांग्रेस ने भी इस ब्यानबाजी में कूदते हुए कहा कि विधायक को अपने मान सम्मान की चिंता छोड लोगों के समस्याओं के निराकरण हेतु आवाज बुलंद करे। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया पैनलिस्ट आकाश शर्मा ने कहा कि आज जनप्रतिनिधि होने के बावजूद मंडी के हालात बदतर बने हुए है। सड़कों की दुर्दशा शहर के नेला में सड़क पर झील, पुरानी मंडी के पुल का कार्य 4 वर्ष पूरा होने पर भी न होना, स्कूल की जमीन पर व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण, नगर निगम की खस्ता हालत जैसे मुद्दे हैं जो सीधे जनता से जुड़े हैं व जिनके चलते जनता परेशान है। कांग्रेस का कहन है कि विधायक जगह जगह जाकर लोगों में से पूछ रहे हैं कि मैं अब किस पार्टी से टिकट लेकर आऊं।

शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियों को लेकर रखी बैठक में तो विधायक पहुंच जाते हैं मगर जब मुख्यमंत्री विकासात्मक योजनाओं के उदघाटन शिलान्यास के लिए तीन दिन मंडी सदर के दौरे पर रहते हैं तो उनसे विधायक दूरियां बनाकर फिर निमंत्रण न मिलने का बहाना बनाते हैं। कांग्रेस ने विधायक पर तंज कसा कि पिछले चुनावों के अंतिम दिनों में उनका कांग्रेस में दम घुटने लगा था और अब लगता है कि भाजपा में उनका दम घुटने लगा है और वह मान सम्मान की बात करने लगे हैं व अपनी ही पार्टी की सरकार को मंडी सदर के विकास का विरोधी करार दे रहे हैं।

कांग्रेस ने कहा कि अनिल शर्मा जनप्रतिनिधि की भूमिका का निर्वहन करें । वह बताएं कि सदर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, लॉ कक्षाएँ क्यों नहीं चली। वह बताएं कि आज भी पूर्व सरकार के कार्य बजट के बावजूद क्यों अधूरे हैं क्यों कॉम्प्लेक्स व पार्किंग जेल रोड में नहीं बनी है जबकी कुछ दूरी पर उसी सकोडी खड पर स्लैब डाला गया वह अपनी जवाबदेही से नहीं बच सकते। आकाश शर्मा ने कहा कि आज हर वर्ग सरकार से हताश और निराश है। ए क्लास कांट्रेक्टर हो या ऑटो यूनियन या कर्मचारी सभी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं।