हिमाचल में जल्द ही सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर डॉयल-100 बदलने वाला है। इसके स्थान पर अब 112 नंबर डायल करते ही पुलिस सहायता मिल सकेगी। जी हां, भारत सरकार ने NERS यानी नेशनल इमरजैंसी रिस्पांड सिस्टम के तहत देश भर में पुलिस, एम्बुलेंस और फायर की सहायता के लिए एक ही नंबर जारी करने का निर्णय लिया है, जो कि हिमाचल में जल्द ही लागू होने वाला है।
हिमाचल प्रदेश को इस योजना को शुरू करने के लिए पांच करोड़ की राशि प्राप्त हो चुकी है। 112 नंबर का प्रोजेक्ट पूरा 108 एम्बुलेंस सेवा की तर्ज पर कॉल सेंटर बनाएगा, जिसमें एक साथ कई कॉल्स अटेंड किये जा सकेंगे। ये सब कुछ एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से चलेगा। प्रत्येक पुलिस थाना और चौकियों की गाड़ियों में एक टैब लगाया जाएगा, जिसमें इस सॉफ्टवेयर की एप्लीकेशन इंस्टाल होगी। साथ ही पुलिस के मोबाइल फोन पर भी इस एप को इंस्टाल किया जाएगा।
जैसे ही मदद मांगने वाला 112 पर कॉल करेगा, तो इस पर उसकी लोकेशन ट्रैक हो जाएगी। इसके बाद लोकेशन के आधार पर नजदीकी पुलिस थाना, चौकी से संपर्क साधा जाएगा और तत्काल मदद पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इसमें खास बात यह रहेगी कि यदि मदद मांगने के बाद आपका नंबर बंद भी हो गया तो भी आपकी लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी।
एसपी मंडी अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एनईआरएस के तहत प्रदेश में इस योजना को शुरू किया जा रहा है। इससे लोगों की उस शिकायत का समाधान होगा जिसमें अकसर कहा जाता है कि सही समय पर पुलिस ने रिस्पांड नहीं किया। इस सिस्टम के शुरू हो जाने से फोन अंगेज जाने की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। क्योंकि एक समय में एक हजार से भी अधिक लोग बात कर सकेंगे।