हिमाचल प्रदेश को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के नाम से भी जाना जाता है। हर साल देश से ही नहीं विदेशों से भी यहां हजारों लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं। लेकिन कोरोना काल से जहां हर एक चीज़ पर मार पड़ी वहीं हिमाचल का पर्यटन कारोबार कैसे अडिग रह सकता था। कोरोना काल के चलते हिमाचल में विदेशी पर्यटकों में भारी कमी आई है। कोविड काल के दौरान 2021 में देश भर में हवाई उड़ानें बंद होने के कारण हिमाचल प्रदेश में मात्र 4832 विदेशी पर्यटक ही पहुंचे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में 42 हजार से अधिक विदेशी पर्यटकों ने हिमाचल की हसीन वादियों को निहारा था। कोविड काल से पहले हिमाचल आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या लाखों में होती थी। पिछले दो साल में देश भर में कोविड के कहर का असर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय पर भी पड़ा है।
इससे सूबे का पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2021 में प्रदेश की हसीन वादियां निहारने के लिए 4832 ही विदेशी पर्यटक पहुंचे। इसमें जिला कांगड़ा में 2701 विदेशी सैलानियों ने भ्रमण किया। शिमला में इस वर्ष विदेशी मेहमानों की संख्या 825 पर सिमट गई। सूबे के कई ऐसे भी जिले हैं, जहां विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा 100 को भी पार नहीं कर सका है।
बिलासपुर और ऊना जिले में वर्ष 2021 में एक भी विदेशी पर्यटक की एंट्री दर्ज नहीं की गई है। हमीरपुर जिले में मात्र एक विदेशी पर्यटक आया है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2019 में 3,82,876 विदेशी पर्यटकों ने हिमाचल का रुख किया था। इसके बाद 2020 में 42,665 और साल 2021 में मात्र 4832 विदेशी पर्यटक दर्ज किए गए हैं।
पर्यटन विभाग के जिला कांगड़ा अधिकारी विनय धीमान ने बताया कि कोविड के कारण कई बंदिशें लगाई गई थीं। बाहर से आने वाली हवाई उड़ानें बंद थीं। इस कारण विदेशों से इस बार कम पर्यटक कांगड़ा में दर्ज किए गए हैं। उम्मीद है कि धीरे-धीरे पर्यटन व्यवसाय पटरी पर लौटेगा।