हिमाचल प्रदेश में पक्षियों की प्रजातियों की पहचान होगी। इस संबंध में 19 फरवरी से ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट डे शुरू होगा। पिछले साल 12 जिलों में 347 प्रजातियों का पता चला था। इस बार इनमें कमी आई या बढ़ोतरी हुई, इसका ब्योरा जल्द मिलेगा।
वन्य प्राणी विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश में पक्षियों की प्रजातियों में वृद्धि हो रही है। लेकिन संख्या बढ़ी है या नहीं, इस संबंध में अलग सर्वे नहीं हुआ है। बर्ड काउंटिंग 2017 से हर साल हो रही है। इससे पहले अनौपचारिक तरीके से पता लगाया जाता था। हर दिन बर्ड वाचिंग सेशन होगा। यह कम से कम 30 मिनट का होगा। इसमें वन विभाग के अलावा स्थानीय लोगों के साथ पंचायत प्रतिनिधियों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। ई-बर्ड एप पर कोई भी नागरिक पक्षी की प्रजाति की फोटो और रिपोर्ट भेज सकता है जिसे विशेषज्ञों की टीम सत्यापित करेगी। इस दौरान शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं के लिए शार्ट नेचर वाक आयोजित होंगे।
पक्षियों की गिनती के लिए अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी अनिल ठाकुर इस गतिविधि को लेकर अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। डीएफओ एनपीएस धोल्टा, रवि शंकर, अनीश शर्मा, वेटरिनरी अधिकारी डा. कर्ण सहगल व वनरक्षक संतोष ठाकुर राज्य समन्वयक होंगे। इस आयोजन के लिए प्रदेशभर में 17 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें लोगों के साथ मिलकर विभाग की ओर से पक्षियों की गिनती करवाएंगी। यह गिनती वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी, नेशनल पार्क, कन्जरवेशन रिजर्व के अलावा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में करवाई जाएगी।