लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी आशीष मिश्रा की जेल से रिहाई हो गई है. वह जेल से बाहर आ चुके हैं. आशीष मिश्रा की रिहाई को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि देश और समाज के लिए ये अच्छा नहीं है.
राकेश टिकैत ने निजी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि ये दुखद है. लखीमपुर की जनता उस घटना को नहीं भूल सकती. अगर आरोपी जेल के बाहर आ जाए तो ये दुखद है. देश, समाज के लिए ये अच्छा नहीं है. राकेश टिकैत ने कहा कि अगर वह रिहा होता है तो हम धरना देंगे. उन्होंने कहा जब ऑनलाइन बहस चलती है तो कई तरह की समस्या आ जाती है. हमारा पक्ष कोर्ट में अच्छी तरह से नहीं रखा गया होगा. इसी वजह से आशीष मिश्रा को राहत मिली.
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत दी है. आशीष मिश्रा लखीमपुर जेल में बंद हैं. आशीष मिश्रा पर लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया गांव में पिछले साल 3 अक्टूबर को प्रदर्शनकारी किसानों को जीप से कुचलकर मारने का आरोप है. आशीष मिश्रा को घटना के 6 दिन बाद 9 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया था.
लखीमपुर खीरी कांड की जांच एसआईटी के हवाले है. जांच में पाया गया था कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. एसआईटी ने 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें आशीष मिश्रा को हत्या का आरोपी बताया गया. एसआईटी की ओर से कुल 16 लोगों को इस घटना का आरोपी बनाया गया. आरोपियों पर IPC की धाराओं 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 लगाई गई है.