अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आए भारी उछाल की वजह से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। पिछले 2 सप्ताह के भीतर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ख़ासकर अगर डीजल की बात करें तो यह काफी अधिक हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में पेट्रोल की कीमत 71.87 रुपये जबकि डीजल 61.57 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है। इससे पहले हिमाचल में तेल की कीमतें काफी कम थीं।
जानकारों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिस तरह से कच्चे तेल के दामों में इजाफा हुआ है, उसका प्रभाव भारत के घरेलू मार्केट में व्यापक स्तर पर होने वाला है। डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से सबसे ज्यादा असर माल-ढुलाई पर पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी सामानों की कीमतों में भी उछाल देखा जा सकता है।
फल, सब्जियां, दूध और तमाम रोज-मर्रा की वस्तुओं पर कीमतों का असर हो रहा है। लिहाजा, अगर हालात नहीं संभले तो आगामी दिनों में इनकी कीमतों में भी भारी उछाल देखने को मिल सकता है।
गुरुवार को जीएसटी की बैठक में पेट्रोलियम पदार्थों को लेकर चर्चा की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन इस पर कोई बात नहीं हो पाई। वहीं, वित्त मंत्री ने बताया है कि जीएसटी की आगामी बैठक में पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों पर भी चर्चा की जा सकती है। माना जा रहा है कि जीएसटी के दायरे में पेट्रोलियम पदार्थों के आने से कीमतों में स्थिरता की गुंजाईश बढ़ जाएगी।