सीटू के बैनर तले सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पंचायत भवन से विधानसभा तक रैली निकाली। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की जिस पर पुलिस अधिकारी और सीपीएम कार्यकर्ता के बीच नोक झोंक भी हुई।
सीपीएम महासचिव कश्मीर सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जब अपनी मांग को लेकर विधानसभा के बाहर शांति पूर्ण प्रदर्शन करने आए है तो उन्हें रोका जा रहा है। उनका कहना था कि पहले से ही विधानसभा के बाहर प्रदर्शन होता आया है ऐसे में अब सरकार रोक रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से आंगनबाड़ी वर्कर अपनी मांगों को लेकर यहा शांति पूर्ण प्रदर्शन करने आये हैं।
उन्होंने कहा है कि आंगनबाड़ी कर्मी प्री प्राइमरी में सौ प्रतिशत नियुक्ति चाहते हैं। इस नियुक्ति में 45 वर्ष की शर्त खत्म करने, सुपरवाइजर नियुक्ति के लिए भारतवर्ष के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्विद्यालय की डिग्री को मान्य करने, वरिष्ठता के आधार पर मेट्रिक और ग्रेजुएशन पास की सुपरवाइजर में तुरन्त भर्ती करने, सरकारी कर्मचारी के दर्जे, हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन देने, रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष करने की मांग तथा नन्द घर बनाने की आड़ में आईसीडीएस को वेदांता कम्पनी के हवाले करके निजीकरण की साज़िश तथा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर,पोषण ट्रैकर ऐप व तीस प्रतिशत बजट कटौती के खिलाफ सड़कों पर उतरी है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर आईसीडीएस का निजीकरण किया गया व आंगनबाड़ी वर्करज़ को नियमित कर्मचारी घोषित न किया गया तो आंदोलन और तेज़ होगा।