रूस और यूक्रेन के बीच चल रही वॉर में कई भारतीय वहां फंस चुके हैं। देश की सरकार ने भी अभी तक इन भारतीयों को निकालने पर अपना कोई स्टैंड क्लीयर नहीं किया है। हालांकि, कीव स्थित दूतावास ने एडवाइजरी जारी करते हुए ये कहा है कि जहां भी हैं शांत और सुरक्षित रहें। इसी बीच ख़बर है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय में हिमाचल के भी हजारों लोग हैं जिसमें एक युवक ने हिमाचल अपने घर पर फोन कर आप बीती सुनाई है।
यूक्रेन में फंसे रोहित ने बताया अभी तक विनीतिशिया में सेना की कोई हलचल नहीं है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद होने के कारण जिस चार्टेड प्लेन से उन्होंने आना था, उसकी फ्लाइट तीन दिन यानी 27 फरवरी तक के लिए स्थगित हो गई है। एयरपोर्ट तक जाने में भी उनको 4 से 5 घंटे लगते हैं। अभी तक यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से भी कोई सन्देश बाहर भेजने के लिए नहीं आया है। परिवार से वह लगातार संपर्क में हैं।
वहीं सरकाघाट के शिवम के पिता ओम प्रकाश ने बताया कि वह बेटे को सुबह से संपर्क कर रहे हैं। लेकिन नहीं हो रहा है। यूक्रेन में पढ़ रहे मंडी से लुणापानी निवासी राहुल के पिता डॉक्टर रमेश चंद ने बताया उनकी बेटे से बात हुई। उनका बेटा खारकी में स्थित यूनिवर्सिटी में पढ़ता है, वहां पर भी रूस ने बमबारी की है। कीवी के बाद खारकी दूसरा बड़ा शहर है। साथ ही एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है। उनका बेटा अभी हॉस्टल में है, लेकिन परिवार अब चिंता में है। उन्होंने सरकार के यूक्रेन में फंसे बच्चों को निकालने की मांग की है।