हिमाचल सदन के दूसरे दिन में शोकोदगार के बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। पहला सवाल कांग्रेस पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल ने टेक्निकल एजुकेशन मंत्री से पूछा कि FRA के तहत कितने आवेदन आए। इनमें से DLCs और DFOs को कितने मामले भेजे गए और कितने मामले सेटल्ड किए गए।
जबाव में मंत्री राम लाल मार्कण्डेय ने बताया कि SLDCs के तहत 1901 आवेदन जबकि FRA में 2275 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से क्रमसः 465 व 2275 मामले आगे भेजे गए इनमें से 164 व 1811 मामले सेटल्ड कर लिए गए है। आशीष बुटेल ने सवाल उठाया कि 165 मामलों में से 140 तो कांग्रेस के समय ही सेटल्ड कर लिए गए थे। इनमें कई मामले 2016 से फंसे हुए हैं। इनको समयबद्ध तरीके से सेटल्ड किया जाए।
इस पर मंत्री ने कहा कि कागजात अधूरे होने के चलते देरी हो रही है। उनको फ़िर से बनाकर भेजा जा रहा है। राकेश सिंघा ने भी FRA पर लंबित मामलों की जल्द सुलझाने की मांग उठाई। किन्नौर के कांग्रेसी विधायक जगत नेगी ने मंत्री पर झूठे आंकड़े प्रस्तुत करने का आरोप लगाया, जिस पर राम लाल मार्कण्डेय ने कहा कि जगत नेगी इसी तरह गलत बयानबाज़ी कर बढ़ा चढ़ा कर बात करते हैं। मामलों में कमेटी और कागजातों को दुरुस्त कर आगे भेजा जा रहा है। इसी के साथ प्रश्नकाल समाप्त हो गया।