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चार साल में हुए 1397 रेप, 346 मर्डर, मुकेश बोले- आंकड़े झूठे निकले तो छोड़ दूंगा राजनीति

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बजट सत्र के दूसरे दिन भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बताया कि 4 साल में 1397 रेप हो गए, 346 मर्डर हुए। शराब के 11288 मामले दर्ज़ हुए। 5856 चिट्टे के मामले सामने आए ये उड़ता हिमाचल बन रहा है। जबकि 10658 हादसे खस्ताहाल सड़कों की वजह से हुए।

इस पर मुख्यमंत्री ने आंकड़ों पर सवाल उठाए तो अग्निहोत्री ने कहा कि यदि आंकड़े झूठ निकले तो वह राजनीति छोड़ दूंगा यदि सही निकले तो मुख्यमंत्री राजनीति छोड़ दें। मुख्यमंत्री कोरोना को लेकर स्वेत पत्र जारी करें। क्योंकि कोरोना से हुए नुकसान का किसी भी वर्ग को मुआवजा नहीं दिया गया। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार का दिवालियापन निकल गया है। यूक्रेन में फंसे बच्चों को हिमाचल लाने का प्रयास करें।

इससे पहले शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अनुपस्थिति में ठाकुर महेंद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश नगर निगम (संसोधन) अध्यादेश 2022 को सभा पटल पर रखा। इसी के साथ राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। जिसकी चर्चा डॉ राजीव बिंदल ने शुरू की। बिंदल ने 58 पन्नों के राज्यपाल के अभिभाषण पर उनका आभार व्यक्त किया ओर कहा कि जयराम सरकार सेवा एवं विश्वास का दूसरा नाम है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मज़दूरों, आयुष्मान योजना, हिम केअर, सहारा योजना, एम्स व सरकार की अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए सरकार की पीठ थपथपाई।

राज्यपाल के अभिभाषण का अनुसमर्थन करते हुए चिंतपूर्णी भाजपा विधायक बलबीर सिंह ने कहा कि कोरोना जैसी असाध्य बीमारी से निपटने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार ने जो प्रयास किए वह सराहनीय हैं। टीकाकरण में हिमाचल प्रथम राज्य बना ये हिमाचल के लिए गौरव की बात है।

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि अभिभाषण झूठ के आंकड़ों का मायाजाल है। कर्मचारियों को मुख्यमंत्री धमकियां दे रहे हैं। फ़िल्म का पर्दा गिरने वाला है। ये तानाशाही है। लोकतंत्र में सुनना पड़ता है। मुख्यमंत्री को कर्मचारियों से माफ़ी मांगनी चाहिए। लाखों लोग क्यों सदन का घेराव कर रहे हैं। इसका सीधा मतलब है कि चार सालों में सरकार ने सिर्फ़ झूठ बोला। मुख्यमंत्री घोषणाओं के सरदार बन गए है। प्रदेश में शराब माफिया खनन माफ़िया और आबकारी नीति का मामला उठाया। जिस पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को दखल देना पड़ा और विपक्ष के नेता को स्प्ष्ट किया कि शराब नीति को नियमों के तहत नीलाम किया है।