कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कर्मचारियों के किसी भी धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के फरमान को पूरी तरह जन विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि यह फरमान कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन करता है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। लोकतंत्र में कर्मचारियों और अन्य संगठनों के धरना प्रदर्शन चले रहते है। इनपर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध इनके संवैधानिक और मौलिक अधिकारों का हनन है।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के किसी भी अलोकतांत्रिक निर्णय या जन विरोधी फरमान के खिलाफ लोगों के साथ खड़ी है। कांग्रेस संविधान से खिलवाड़ नहीं होने देगी। लोकतंत्र में कर्मचारियों या किसी को भी अपनी मांगों के लिये शांतिपूर्ण तरीके से किसी भी धरने प्रदर्शन का पूरा अधिकार है। कर्मचारी किसी भी सरकार का महत्वपूर्ण अंग होता है इसलिए इनकी मांगों और समस्याओं को अनसुना नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में मुख्यमंत्री ने न तो कभी कर्मचारियों की ही कोई बात सुनी और न ही प्रदेश के लोगों की किसी समस्या को देखा। अब जब प्रदेश में चुनाव की बेला शुरू हो गया है तो मुख्यमंत्री लोगों को लुभाने में जुटे है। कर्मचारियों को झूठे प्रलोभन दिए जा रहें है। सरकार का खजाना खाली पड़ा है। सरकार अपने खर्चे चलाने के लिए कर्ज पर कर्ज लिये जा रही है। आगामी चुनावों के बाद कांग्रेस के सत्ता में आते ही भाजपा के सभी अलोकतांत्रिक निर्णयों को रद्द करते हुए कर्मचारियों की सभी समस्याओं को दूर करेगी। उन्होंने कर्मचारियों से कहा है कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं, कांग्रेस उनके साथ खड़ी है।