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यूक्रेन से सकुशल घर लौटी हमीरपुर की मानसी, सुनाई रूस हमले की दास्तां

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रूस यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की घर वापसी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश के भी 150 के करीब छात्र यूक्रेन में फंसे है जिनमें से कुछ छात्रों की घर वापसी हो गई है। इसी कड़ी में हमीरपुर के अणुकला गांव की रहने वाली मानसी शर्मा भी बीते रोज यूक्रेन से सकुशल घर लौटी हैं। बेटी के सकुशल घर लौटने पर परिजनों ने खुशी जाहिर की। वहीं, परिजनों ने बेटी की घर वापसी के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है।

बता दें कि हमीरपुर जिला के अणुकला गांव की मानसी शर्मा पिछले 5 सालों से यूक्रेन की बेस्टन पार्ट चेनयुती यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। लेकिन रूस के हमले के बाद उसे अपनी अंतिम समेस्टर की पढ़ाई छोड़कर घर आना पडा है। मानसी शर्मा सोमवार सुबह छह बजे अपने घर पहुंची है। मानसी के घर पहुंचने पर जहां परिजनों ने राहत की सांस ली है तो वहीं परिजनों ने सभी भारतीयों के सकुशल वापस आने के लिए सरकार से मांग की है।

यूक्रेन से घर आई मानसी ने बताया कि यूक्रेन में हालात बहुत ही खराब हो रहे हैं। पहले दिन से ही रूस के हमले से सभी सहमे हुए थे। उन्होंने बताया कि रूस के द्वारा कीव को पूरी तरह से तहस नहस कर दिया है और अब बाकी शहरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के द्वारा अपने लोगों को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय है और इसी की बदौलत आज घर पर वापस लौटी हैं।

मानसी शर्मा ने बताया कि यूक्रेन में स्थिति खराब हो रही है और इससे पहले 2014 में हालात खराब हुए थे और उसके बाद अब युद्व शुरू होने से हालात बिगड़ चुके है और छात्रों को घर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बार्डर पर पहुंचते ही संपर्क टूट गया था जिस कारण परेशानी उठानी पड़ी । रूमेनिया के एयरपोर्ट पर ही संपर्क दोबारा हो पाया है। कॉल नहीं होने पर सभी डरे हुए थे और केवल मैसेज ही जा रहे थे। मानसी ने बताया कि कीव से हमारी युनिवर्सिटी दूर होने पर इतना खतरा नहीं था फिर भी भारतीय ऐवेंसी ने सतर्क रहने के साथ दिलासा भी दिया जा रहा था।

मानसी ने बताया कि कीव में भी हिमाचल से काफी छात्र दोस्त हैं और अब उनके साथ संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि वह बच्चे मेटरो स्टेशन में बंकरों के नीचे रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय एवेंसी से रोजाना अपडेट मिलती थी और पूरी तरह से सहयोग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हिमाचल के करीब 20 बच्चे फंसे हुए थे जिनके लिए प्रदेश सरकार ने भी काफी मदद की है। वहीं मानसी ने बताया कि यूक्रेन के लोगों ने भी अच्छा व्यवहार किया है।

यूक्रेन से वापस घर लौटी मानसी के पिता अनिल शर्मा और नीलम शर्मा ने कहा कि हर वक्त अपनी बेटी की चिंता सता रही थी और अब घर पहुंची है जिससे सभी खुश हैं। लेकिन असली खुशी तभी मिलेगी जब सभी फंसे हुए भारतीय अपने अपने घर पहुंच जाएंगे। मानसी के नाना और नानी ने भी मानसी के घर आने पर खशी जताई और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी का बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं।