महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित ओरेंज फेस्टिवल में हिमाचली संस्कृति की झलक देखने को मिली। संस्कृति मंत्रालय के दक्षिण मध्य क्षेत्रिय सांस्कृतिक केंद्र नागपुर द्वारा आयोजित ओरेंज सिटी क्राफ्ट मेले में प्रदेश के 15 कलाकारों ने भाग लेकर सिरमौर के पारंपरिक लोक नृत्य की झलक पेश की।
बता दें कि, नागपुर में पिछले 25 वर्षों से हर साल इस ऐतिहासिक सांस्कृतिक मेले का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इस ओरेंज फेस्टिवल में हिमाचल से आसरा संस्था के 15 कलाकारों ने भाग लिया।
सिरमौरी कलाकारों ने जमकर लूटी वाहवाही
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदेश के लोक कलाकारों ने सिरमौरी नाटी की प्रस्तुति में ठोडा, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, परात नृत्य, मुंजरा नृत्य, हुडक नृत्य व रासा नृत्य की विभिन्न प्रस्तुतियां दी। हिमाचल के लोकगीतों व लोक नृत्यों की प्रस्तुति ने नागपुर में हजारों दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों के स्पेशल रिक्वेस्ट पर कई बार सिरमौरी नाटी और नंबरदार स्वांग को प्रस्तुत किया।
आसरा संस्था के प्रभारी गोपाल सिंह ने बताया कि सत्रह से बीस जनवरी तक सोलह राज्यों से आए लगभग 300 लोक कलाकारों के साथ सिरमौर के लोक कलाकारों ने हिमाचल की अमुल्य धरोहर वर्षभर में मौसम के अनुसार गाए जाने वाले लोक गीतों और नृत्यों की पारंपरिक विधाओं की प्रस्तुति देकर इस सांस्कृतिक समारोह में जिला सिरमौर की संस्कृति की अलग पहचान बनाई।