राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री ने सदन में बताया कि अभिभाषण में 41 सदस्यों ने भाग लिया। जिसमें 20 सत्तापक्ष, 19 विपक्ष, 1 सीपीएम और 1 निर्दलीय सदस्य ने भाग लिया। साढ़े 15 घंटे की राज्यपाल के अभिभाषण पर सार्थक चर्चा हुई। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के काम का लेखा जोखा होता है और उसके बाद उसमें चर्चा होती है जो कमियां होती है उसमें सुधार के लिए सुझाव आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष ने पूरा नहीं सुना और बाहर चले गए और आज भी विपक्ष का पता नहीं है कि कितनी देर तक अंदर हैं। विपक्ष बच्चों की तरह जिद्द पर अड़ जाता है। सरकार ने पिछले चार साल में हर वर्ग के उथान के काम किया है। सरकार कभी किसी की स्थायी नहीं होती है आना जाना लगा रहता है लेकिन सरकार के उठाये गए कदमों के हमेशा जिक्र होता है।
सरकार ने 20 हजार गाय आज सड़कों से गौ सदन में भेजी गई हैं। सरकार ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया। लोगों की समस्या के लिए सरकार ने जनमंच कार्यक्रम की शुरू किया है। 241 जनमंच किये जिसमें 48,478 समस्याओं का घर मे संधान किया है। उज्वला योजना के माध्यम से लोगों को गैस चूल्हा दिया गया है और इस योजना से छूटे हुए लोगों के घर में गृहणी सुविधा योजना के माध्यम से 3 लाख 25 चूल्हे लोगों के घर में पहुंचाए हैं। सरकार ने हिमकेयर योजना के माध्यम से मुफ्त ईलाज देखर 2 लाख 27 हजार लोगों के स्वास्थ्य के लिए 201 करोड़ खर्च किया। सहारा योजना के माध्यम से हर महीने 3 हजार शारीरिक रूप से असहाय को पहुंचाया जाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के माध्यम से लोगों को आजीविका का रास्ता ढूंढ़ा और 2,231 लोगों ने इससे रोजगार मिला है। 100 करोड़ रुपये खर्च किया गया है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन योजना 1100 के माध्यम से लोगों की समस्या का समाधान किया गया है। प्राकृतिक खेती का मॉडल हिमाचल प्रदेश में अपनाया गया है जिसकी देश भर में प्रशंशा हो रही है। इन्वेस्टर मीट के माध्यम से प्रदेश में इन्वेस्टमेन्ट लाने का प्रयास किया गया है। साढ़े 13 करोड़ की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करवाई है जिसका 95 फीसदी काम धरातल पर उतर गया है।
कर्ज को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 2012-2017 तक 48 हजार का कर्ज था जिसमें 28 हजार 707 करोड़ का कर्ज कांग्रेस सरकार ने पांच साल में लिया। जबकि 63 हजार 200 करोड़ का कर्ज वर्तमान में सरकार पर है। सरकार का चार साल में कर्ज प्रतिशत 32 फीसदी है जबकि कांग्रेस सरकार में 67 प्रतिशत में था। कोविड में पूरे देश मे अर्थव्यवस्था तहस नहस हुई है। कांग्रेस के समय मे प्रदेश में केवल दो ऑक्सीजन प्लांट था और वेंटिलेटर की संख्या भी नाममात्र है।जबकि वर्तमान में 1014 वेंटिलेटर प्रदेश में मौजूद हैं जिसमें 982 कार्यरत है। ऑक्सीजन सिलेंडर भी बहत कम थे लेकिन आज 17 हजार सिलेंडर प्रदेश में हैं। नशा माफिया पर सरकार शिकंजा कस रही है एक एक को पकड़ कर सलाखों के पीछे डाला गया है।