हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की पांचवीं बैठक बुधवार को तीन दिन के अवकाश के बाद सुबह दस बजे शुरू हुई। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, एनएचएम कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिए जाने का मामला उठाया।
सिंघा ने कहा कि पे कमीशन को लेकर राइडर लगाना गलत है। मुख्यमंत्री, मंत्री अपने पर राइडर लागू करके देखें। राज्यपाल अभिभाषण पर सीएम जयराम ठाकुर ने जवाब दिया। जिस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सदन में कर्ज को लेकर झूठे आंकड़े पेश कर रहे हैं। 45 हजार करोड़ का कर्ज था जब जयराम सरकार सत्ता में आई लेकिन जब यह सरकार जाएगी तो प्रदेश पर 90 हजार से ज्यादा कर्ज होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने चार साल कर्ज लेकर मौज मस्ती की है। चार सालों में झूठी घोषणाएं की है। राज्यपाल का अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है इसलिए विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर विपक्ष को आंकड़े गलत लगते हैं तो वह तर्क के साथ यह साबित करें। झूठा प्रचार कांग्रेस की आदत बन गयी है। विपक्ष से समर्थन की उम्मीद नहीं की जा सकती है। विरोध सभ्य और शालीन तरीके से होना चाहिए।