हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर शुक्रवार को सूबे में भाजपा सरकार के कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करेंगे. चुनावी साल में सीएम जयराम ठाकुर सुबह 11 बजे पांचवां बजट पेश करेंगे. इस बजट में जयराम सरकार कर्मचारियों, कारोबारियों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों समेत समाज की सभी श्रेणियों पर फोकस करेंगे. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए करीब 55 हजार करोड़ रुपये के बजट पेश करने का अनुमान है.
जानकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार पर 62 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है. अब केंद्र ने राजस्व घाटा अनुदान में कटौती कर दी है और साथ ही जीएसटी प्रतिपूर्ति भी बंद होने जा रही है. सरकार को 12 हजार करोड़ रुपये का सीधा नुकसान होगा. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बजट में कर्मचारियों और पेंशनरों के हिस्से का बजट बढ़ जाएगा, जबकि विकास का भाग घटेगा. गुरुवार को विधानसभा सचिवालय में कैबिनेट बैठक में बजट अभिभाषण को मंजूरी दी गई.
सीएम जयराम ठाकुर ने गुरुवार को विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया है. अगले वित्त वर्ष में हिमाचल की जीडीपी की विकास दर 8.3 फीसदी रहने का अनुमान है. विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सीएम ने सदन में कहा कि कोरोना काल के दौरान सरकार ने विपरित हालात में बेहतर काम किया है और अब अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट रही है. सीएम ने कहा कि 2020-21 में हिमाचल का राज्य सकल घरेलू उत्पाद एक लाख 56 हजार 675 करोड़ रुपये था और अब आगामी वित्त वर्ष में यह बढ़कर 1 लाख 75 हजार 173 करोड़ होने का अनुमान है. प्रति व्यक्ति आय भी दो लाख रुपये के पार कर गई है.