प्राइवेट बस ऑपरेटरों के अवैध संचालन पर प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रतिक्रिया दी है। समाचार फर्स्ट से परिवहन मंत्री ने कहा कि जो भी प्राइवेट बस ऑपरेटर अवैध तरीके से बसों का संचालन कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना परमिट या दूसरे गैर-कानूनी तरीके से चलने वाली गाड़ियों को लेकर एक गाइडलाइन तय कर दी गई है। अगर ट्रांसपोर्ट मालिक इसका पालन नहीं करेंगे तो कार्रवाई की जाएगी।
बैजनाथ से पठानकोट तक बिना परमिट प्राइवेट बसों के संचालन पर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस मामले में वे जांच कराएंगे और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में आरटीओ धर्मशाला से जवाब तलब करेंगे।
गौरतलब है कि समाचार फर्स्ट ने बिना परमिट विभिन्न रूटों पर प्राइवेट बसों के संचालन का पर्दाफाश किया था। समाचार फर्स्ट ने दिखाया था कि कैसे विभिन्न बस ऑपरेटर अधिकारियों से मिलीभगत करके अवैध तरीके से पठानकोट तक सवारियों को ले जाते और ले आते हैं।
पिछली सरकार ने प्राइवेट बस चालकों से किया अन्याय
हालांकि, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को नाहन में कहा था कि पिछली सरकार ने प्राइवेट बस चालकों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। लेकिन, वर्तमान सरकार ऐसा नहीं होने देगी। प्राइवेट बस ऑपरेटरों के हक को भी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरका ने निजी बस ऑपरेटरों को मारने का काम किया है, लेकिन वर्तमान सरकार ऐसा नहीं होने देगी, एचआरटीसी और प्राइवेट बसों दोनों के हित को ध्यान में रखा जाएगा।
हालांकि, यह सही है कि नए परिवहन मंत्री प्राइवेट बस ऑपरेटरों के भी अधिकारों को सुनिश्चित करने की सोच रहे हैं। लेकिन, उन्हें सिक्के के दूसरे पहलू को भी देखना होगा। क्योंकि, जिस तरह से समाचार फर्स्ट ने खुलासा किया कि कैसे कुछ प्राइवेट बस ऑपरेटर अधिकारियों से मिलीभगत करके कानून को माखौल उड़ा रहे हैं। ऐसे में उचित होगा कि परिवहन मंत्री इस पहलू को भी ध्यान में रखते हुए ही नीतियां तय करें। स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए अपील है कि एक बार यह वीडियो जरूर देखें, जो प्राइवेट बस ऑपरेटर और अधिाकरियों की मिलभगत का भंडाफोड़ हैं—-