हिमाचल प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पताल डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज (टांडा) में अब किडनी मरीजों का इलाज हो सकेगा। दैनिक अखबार के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस की 9 मशीनों को स्थापित किया जा रहा है। एक अप्रैल से यह चिकित्सा सेवा शुरू की जानी प्रस्तावित है। इसके बाद लोगों को यहां किडनी का इलाज मिल सकेगा।
मौजूदा वक़्त में हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में डायलिसिस की सुविधा है। अब टांडा मेडिकल कॉलेज दूसरा अस्पताल होगा, जहां यह चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है। मशीनें स्थापित किए जाने से आईजीएमसी में मरीजों का कम भार पड़ेगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार अन्य 4 मेडिकल कॉलेजों नैरचौक, नाहन, चंबा और हमीरपुर में भी मशीनों को स्थापित करने की योजना तैयार कर रही है।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि अभी किडनी मरीजों का डायलिसिस IGMC में हो रहा है। इस अस्पताल में कई बार भीड़ होने से मरीजों के डायलिसिस करने में समय लग जाता है। प्रदेश के मैदानी इलाकों के मरीजों को उपचार के लिए या तो शिमला आना पड़ता है या फिर लोग पीजीआई और एम्स जाते हैं। टांडा में यह सुविधा उपलब्ध होने से लोगों को राहत मिल सकेगी।