खालिस्तान को लेकर मिलने वाले धमकी को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि 29 अप्रैल को शिमला में झंडा फहराने की खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। मैं तो उनको गंभीरता से नहीं लेता। इससे पहले भी पन्नू ने ऐसी धमकियां दी हैं।
अनाडेल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इससे पहले भी लोग उनकी बातों को कई बार सुन चुके हैं। इसलिए इस संबंध में जांच करने का कोई विषय नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से स्वभाविक तौर पर सरकार अलर्ट है। नालागढ़ में सीएम की जनसभा के दौरान भी सुरक्षा कड़ी रखी गई थी। हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सुरक्षा को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। बीते दिनों भी खालिस्तान समर्थकों की ओर से मुख्यमंत्री को धमकी दी गई थी। उस दौरान सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई थीं।
बीते दिनों पंजाब से हिमाचल आ रहे कुछ पर्यटकों और श्रद्धालुओं के वाहनों पर विवादित झंडे लगे हुए थे। पुलिस ने खालिस्तान के समर्थन में लगाए इन झंडों को उतरवा दिया था। हालांकि इस दौरान पुलिस बाइक पर सिख निशान साहिब के झंडे लगाने वालों के भी चालान किए थे। पुलिस का तर्क था कि बाइक पर इतने बड़े झंडे लगाए गए थे, जिससे हादसा होने का भय था।
इसके बाद पंजाब में इसका विरोध शुरू हो गया था। पंजाब में हिमाचल के कई वाहनों को रोक कर तंग करने की कोशिश की गई। इसके बाद हिमाचल की जयराम सरकार ने संज्ञान लिया और पंजाब प्रशासन से बात की। इसके बाद हिमाचल के वाहनों को रोकने का सिलसिला थम गया। इस बीच जयराम ठाकुर ने बयान दिया था कि खालिस्तान समर्थकों के झंडों के साथ किसी को भी हिमाचल में नहीं आने दिया जाएगा। इसके बाद खालिस्तान समर्थक पन्नू ने सीएम जयराम ठाकुर को यह धमकी दी है।