देश भर में बेशक फिल्म पद्मावत को लेकर खूब बवाल मचा हो, लेकिन हिमाचल में इस फिल्म के रिलीज़ होने के पहले दिन ही काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हालांकि, सुबह के शो में डर के मारे लोग थियेटरों में नहीं पहुंचे और काफी कम लोगों के बीच पहला शो दिखाया गया। लेकिन, दोपहर तक थियेटरों के बाहर टिकटों के लिए लाइनें लगना शुरू हो गई।
धर्मशाला थियेटर पर दर्शकों ने समाचार फर्स्ट से बातचीत में बताया कि फिल्म में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है, जिससे किसी समुदाय को टारगेट किया गया औऱ उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचे। रही फिल्म की बात तो फिल्म में सभी अभिनेत्रियों ने जबरदस्त रोल अदा किया है और किसी को भी इस फिल्म पर बवाल मचाने की जरूरत नहीं है।
पद्मावत महिला की गौरव गाथा
मंडी के कुसम सिनेमाघर में फिल्म देखने लोग कम संख्या में आए, लेकिन जिन्होंने फिल्म को देखा उनके अनुसार फिल्म में विरोध करने जैसा उन्हें कुछ नहीं लगा। यहां पर सिनेमाघर में फिल्म देखने के बाद युवतियों के अनुसार फिल्म में एक महिला के गौरव की गाथा को दिखाया गया है, जिसका विरोध करने वाले लोगों पर उन्हें शर्म आती है। मंडी में दर्शकों ने विरोध करने वाले लोगों को सुनाई खरी-खोटी, डॉयरेक्टर का काम सराहा।
पुलिस पहरे के बीच रिलीज़ हुई फिल्म
शिमला, हमीरपुर, मंडी और धर्मशाला थियेटरों में ये फिल्म पुलिस के पहरे के बीच रिलीज़ हुई है। हालांकि, पूरे हिमाचल में ऐसा कोई विवाद होने की खबर नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी देश में हो रही हिंसा के चलते पुलिस की तैनाती थियेटरों के बाहर की गई है। थियेटरों मालिकों ने पहले सुरक्षा के लिए मदद की गुहार लगा दी थी, जिसके चलते गुरुवार के दिन पुलिस के पहरे के बीच फिल्म शांतिपूर्ण ढंग से रिलीज़ हुई।
राजपूतों ने सौंपा था ज्ञापन
हमीरपुर में राजपूत सभा के सदस्यों ने नादौन एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर पद्मावत फिल्म रिलीज पर विरोध जताया था, जिसके चलते हमीरपुर मे भी पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए हुए थे। एआरवी सिनेमा के मालिक अमित ठाकुर ने फिल्म पद्मावत को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस के सुरक्षा प्रबंधों पर आभार जताया और कहा कि फिल्म देखने के लिए काफी दर्शक पहुंचे है और शांत प्रिय ढंग से फिल्म शो शुरू हुए हैं।