वन मंत्री राकेश पठानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि वन विभाग जल्द ही प्रदेश में अपना एक नया नर्सरी विंग शुरू करने जा रहा है। इससे वन विभाग को उच्च गुणवत्ता की पौध सुनिश्चित हो सकेगी। इसके लिए प्रारूप तैयार कर लिया गया है। नए विंग के गठन के लिए जो भी आवश्यक है इसमें विशेषज्ञों की भी उपलब्धता एवं स्टाफ और अन्य उपकरण और संसाधन भी तैयार कर लिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों का सहयोग नर्सरी विंग में लिया जाएगा। साथ ही वन क्षेत्र बढ़ाने में भी इनका सहयोग लिया जाएगा। वन मंत्री ने बताया कि प्रथम चरण में इस योजना के तहत नूरपुर, धर्मशाला, पालमपुर और देहरा वन मंडल का चयनित किया जा रहा है। योजना के तहत जिला के 63 वार्डों में स्वयं सहायता समूहों का गठन कर लोगों की आजीविका को ऊपर उठाने और स्वरोजगार उपलब्ध करवाने पर बल दिया जाएगा।
ये बात वन मंत्री ने मंगलवार को धर्मशाला में सरस मेले के दौरान आयोजित प्रदर्शनी थीम डे के दौरान कही। इस दौरान वन मंत्री ने कांगड़ा के समस्त 16 विकास खण्डों से आई स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने समूहों से उनकी बिक्री की जानकारी प्राप्त की और महिलाओं के निवेदन पर सभी को बेहतर मार्किटिंग स्थल उपलब्ध करवाने के लिए भविष्य में जिला कांगड़ा के अन्य स्थानों पर और भी सरस मेलों के आयोजन का आश्वासन दिया।
इस दौरान उन्होंने जिला कांगड़ा में वन विभाग द्वारा शुरू किए जा रहे ‘जायका प्रोजेक्ट’ की जानकारी समूहों की महिलाओं को दी। उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट वन क्षेत्र में वृद्धि और ग्रामीण क्षेत्रों के जीवन यापन कर रहे लोगों की आर्थिकी में सुधार लाएगा।