उत्तरी भारत के प्रसिद्व सिद्व पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर में आजकल चैत्र मास मेलों के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालू दूर दूर से बाबा के दरबार में नतमस्तक हो रहे हैं। चैत्र मास के दौरान बाबा का दरबार चौबीस घंटे श्रद्वालुओं के लिए खुला रखा गया है ताकि किसी भी समय पर श्रद्वालु मंदिर में आकर बाबा के दरबार में माथा टेक सकें।
आगामी 14 अप्रैल तक चलने वाले चैत्र मास मेलों के दौरान श्रद्वालुओं केा मंदिर न्यास की तरफ से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। बाबा बालक नाथ मंदिर के महंत राजेन्द्र नाथ गिरी महाराज ने बताया कि मेलों के दौरान मंदिर को चौबीस घंटे खुला रखा गया है और चैत्र मास के दौरान पूजा अर्चना करने से पूरे साल भर का फल भक्तों को मिलता है। मेलों के दौरान मंदिर में माथा टेकने के लिए पंजाब से आए हुए भक्तों ने बताया कि हर साल ही चैत्र मास के दौरान बाबा के दरबार में आते है लेकिन दो सालों से कोविड के चलते आना कम हुआ है।
वहीं, दिल्ली से आई हुई महिला ने बताया कि मंदिर में भक्तों के लिए बढ़िया सुविधाएं प्रशासन ने की है और बचपन से ही मंदिर में आते है। पहले कोविड के चलते मंदिर में आने की अनुमति नहीं थी लेकिन इस बार मेलों में मंदिर खुला है जिससे दर्शन करने के लिए आए हुए है। बाबा बालक नाथ मंदिर के महंत राजेन्द्र नाथ गिरी महाराज ने भक्तजनों को चैत्र मास की शुभकामनाएं दी और कहा कि मेलों में दरबार चौबीस घंटे खुला रखा गया है।
उन्होंने कहा कि इस मास के दौरान दान पुण्य, जप-तप का बहुत महत्व है क्योंकि इस पूरे माह में पूरे नियमों से पूजा पाठ करते है तो एक साल का लाभ एक महीने में मिलता है।