प्रदेश में बारिश और बर्फबारी होने के बाद सरकारी नर्सरियों में सेब सहित नाशपाती, प्लम, खुमानी और अन्य फलों के पौधों का आबंटन शुरू हो गया है। बागबान पौधों के लिए विभाग और नर्सरियों में संपर्क करने लगे हैं। सर्दी के मौसम में बागवान बगीचे में खाली पड़ी जमीन पर पौधे रोपते हैं क्योंकि सर्दी का मौसम नए पौधों के लिए अनुकूल होता है। बारिश के बाद बगीचों में नमी हो गई है इसलिए बागवान विभाग की नर्सिरियों में पौधे लेने पहुंच रहे हैं।
सबसे पहले सरकारी नर्सरियां बागवानों को पौधे उपलब्ध करवा रही हैं इसके बाद पंजीकृत और प्राइवेट नर्सिरिया बागबानों को पौधे मुहैया करवाएंगी । मौजूदा समय में सरकारी नर्सरियों से पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके पश्चात जरूरत को देखते हुए पंजीकृत और प्राइवेट नर्सरियों से बागबानों को पौधे मुहैया करवाए जाएंगे।
शिमला, कुल्लू, चंबा, सिरमौर और मंडी के बागबानों को पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं । इन सभी जिलों में सेब की फसल को तरजीह दी जाती है । बागबानी विभाग बागबानों को रॉयल सेब सहित सेब की सभी अर्ली वैरायटियों के साथ चेरी, प्लम, नाशपाती, किवी गुठलीधार फलों के पौधे उपलब्ध करवा रहा है। इस बार विभिन्न पौधों के दाम 15 से 70 रुपए के मध्य निर्धारित किए गए हैं।