हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की कमान बदलने वाली है. चुनावी समर में कूदने से पहले पार्टी ने अपना सेनापति बदलने का पूरा मन बना लिया है. इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर को भी साफ-साफ संकेत दिए जा चुके हैं.
वहीं, मामला नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर है अटका है. क्योंकि, सामने चुनाव है और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की जो हालत है, उसके मद्देनजर पार्टी किसी भी तरह का कोई रिस्क हिमाचल प्रदेश में नहीं उठाना चाहती. लिहाजा, काफी सोच-विचार के साथ सही हाथ में कमान देने की माथा-पच्ची चल रही है. क्योंकि, पार्टी पंजाब की तर्ज पर कोई दोबारा गलती नहीं करना चाहती. ऐसे में कोशिश है कि वक्त रहते ही सर्वसम्मति से किसी सही आदमी को जिम्मेदारी दी जाए.
समाचार फर्स्ट को मिली जानकारी के मुताबिक नए अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल कुछ चेहरे दिल्ली भी पहुंच चुके हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, धनीराम शांडिल्य और प्रतिभा सिंह सरीखे नेता दिल्ली में हैं और बातचीत का दौर भी चल रहा है. ऐसे में दिल्ली की सियासी गर्मी से शिमला में बैठे कांग्रेसी नेताओं के सिर पर पसीने आने लगे हैं. क्योंकि, माना जा रहा है कि अब कुछ ही दिनों में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर दिया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सभी समीकरण को भी ध्यान में रखने की कवायद चल रही है. वैसे फ्रंटरनर के तौर पर सुक्खू और अग्निहोत्री का नाम आगे चल रही है. लेकिन, पूर्व सीएम वीरभद्र के निधन के बाद भी अभी हॉली लॉज का दबदबा कांग्रेस में कायम नजर आ रहा है और इसी का नतीजा है कि प्रतिभा सिंह भी दिल्ली में मौजूद हैं. वहीं कांगड़ा से जीएस बाली के गुजरने के बाद यहां के दबदबे में कमी जरूर देखी जा रही है.
कांग्रेस हाईकमान के सामने हिमाचल में नए कद्दावर चेहरे को ढूंढने और उस पर विश्वास जताने की भी चुनौती है. क्योंकि, अब बड़े और अनुभवी चेहरों में शुमार न तो पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह इस दुनिया में हैं और न ही पूर्व मंत्री जीएस बाली. हालांकि, कुछ चेहरें ऐसे हैं जो पहले से अपना दमखम पार्टी में रखे हुए हैं और उन्हीं के बीच हाईकमान अपना विश्वास तलाश रहा है.