पी. चंद। मंडी के जोगिंद्रनगर में 23 साल की ज्योति की मौत का मामला बेशक ठंडा पड़ चुका है लेकिन अभी भी न्याय के लिए लड़ रहे उनके परिवार के मन में इंसाफ की आग है। आलम ये है कि आज भी परिवार इंसाफ के लिए दर दर की ठोकरे खा रहा है। पुलिस से प्रशासन तक हर किसी का दरवाजा खटखटाया लेकिन सिर्फ जूते ही घिसे बाकी कुछ नहींष दो बार मुख्यमंत्री के दरबार में मृतक ज्योति के मां-बाप पहुंचे तो वहां भी मायूसी ही हाथ लगी। थक हार के आख़िर में उनकी मां ने एक बार फिर प्रशासन और मीडिया के सामने गुहार लगाई है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वे आखिरी सांस तक बेटी के लिये लड़ती रहेंगी। अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे खुद भी अपनी जान दे देंगी।
हैरानी की बात है कि इस घटना को 9 माह हो चुके हैं लेकिन अभी तक परिजनों को इंसाफ नहीं मिला। पुलिस के छानबीन के बाद सीआईडी को केस मिला लेकिन उन्हें भी कोई तथ्य नहीं मिले। यहां तक पीड़ित परिवार को अब स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं रहा। आखिर में परिवार ने इंसाफ के बदले अपने प्राण त्यागने की ही चेतावनी दी है।
आपको बता दें कि 8 अगस्त को भराडृ पंचायत में अपने ससुराल से पालतू कुत्ते के साथ ज्योति गायब हुई थी। उनका कुत्ता तो लौट आया लेकिन ज्योति काफी दिन तक वापस नहीं आई। इसके बाद पुलिस को उनका शव क्षत विक्षत जंगल में मिला। मामले में प्राथमिक कार्रवाई तो की गई, लेकिन उनकी मौत के कारणों का अभी तक नहीं पता चला।