प्रदेश सरकार ने पूर्व सैनिकों को बड़ा तोहफा दिया है। पूर्व कांग्रेस शासनकाल में सैनिकों के वित्तीय लाभ पर लगाई पाबंदी को जयराम सरकार ने बहाल कर दिए हैं। सरकार ने सैनिकों के वित्तीय लाभ को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। अब सरकारी नौकरी में आने वाले पूर्व सैनिक सेना की नौकरी के आधार पर इंक्रीमेंट के हकदार होंगे। अधिसूचना के बाद अब प्रदेश में पूर्व सैनिकों को एक्स सर्विसमैन कोटे के तहत सरकारी नौकरी मिलने की स्थिति में पेंशन में भी लाभ मिलेगा। पूर्व सैनिक को किसी भी आरक्षित तृतीय श्रेणी में नियुक्त किया जाएगा।
अब प्रदेश में सेना से विशेष प्रमाण पत्र धारक दसवीं पास पूर्व सैनिक 15 साल की नौकरी के बाद स्नातक शैक्षणिक योग्यता रखने वाले पद के लिए भी पात्र होंगे। जयराम सरकार ने सत्ता में आने के तुरंत बाद कांग्रेस सरकार के निर्णय को पलटते हुए पूर्व सैनिकों को मिलने वाले लाभ बहाल करने का फैसला लिया था।
बता दें कि हिमाचल में 1,30,225 पूर्व सैनिक हैं। सर्वाधिक पूर्व सैनिक 54,403 कांगड़ा जिला में हैं। सरकार ने पूर्व सैनिकों के लिए नौकरियों में 15 फीसद आरक्षण का प्रावधान किया है। इसके तहत सरकार पूर्व सैनिकों को रोजगार प्रदान करती है। हिमाचल से सेना में करीब एक लाख सेवारत सैनिक हैं।