अगर आपको लगता है कि बुधवार का दिन बेहद गर्म रहा, तो रुकिए! अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा, ‘अगले 5 दिनों के दौरान विदर्भ, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 30 अप्रैल तक लू की स्थिति जारी रहेगी. 1 मई तक दिल्ली, 29 अप्रैल तक बिहार, 28-30 अप्रैल के दौरान छत्तीसगढ़ और 28 अप्रैल को गुजरात के उत्तरी हिस्सों में यही स्थिति रहेगी.’
बुधवार को पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में और बिहार, पश्चिमी राजस्थान, ओडिशा, विदर्भ और सौराष्ट्र कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही. इन राज्यों में, अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस और 45.6 डिग्री सेल्सियस (मध्य प्रदेश के राजगढ़ में, इसके बाद उत्तर प्रदेश के झांसी में 45.5 डिग्री सेल्सियस) के बीच था.
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर भारत में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आ चुका है, उसके प्रभाव की वजह से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में 28 अप्रैल से 1 मई तक गरज- तेज हवाओं के साथ हल्की/मध्यम बारिश होने की संभावना है. वहीं उत्तराखंड में 29 अप्रैल से 1 मई तक बारिश हो सकती है. इसी तरह जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 29 अप्रैल को और उत्तराखंड में 30 अप्रैल व 1 मई को बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं.
अगर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बात करें तो 29 अप्रैल को धूल भरी आंधी और बारिश हो सकती है. वहीं राजस्थान में 29- 30 अप्रैल धूल भरी आंधी और गरज के साथ बहुत हल्की बारिश हो सकती है. इस बीच, 2 से 4 मई के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. इससे खेती को नुकसान और जनहानि हो सकती है.