कोर्ट में केस जाने के कारण फंसे हजारों भारतीयों के बाद अब बेरोजगार शिक्षकों ने संयुक्त मोर्चा के साथ मिलकर लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है. स्टेट लेवल मीटिंग में बेरोजगार शारीरिक शिक्षक के अध्यक्ष संदीप घई ने कहा कि शारीरिक शिक्षकों और ड्राइंग मास्टरों की भर्ती की सरकार ने एक साथ घोषणा की थी जिसमें ड्राइंग मास्टरों की भर्ती पूरी हो चुकी है. इनका कहना है कि सरकार बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के साथ अब तक छलावा कर रही है.
संदीप घई ने कहा कि सरकार ने साढ़े 4 साल में शारीरिक शिक्षकों का एक भी पद नहीं भरा है. हैरान करने वाली बात है कि हम लगातार साढ़े 4 सालों से सरकार से मिलते रहे. उनके मंत्रियों माननीय मुख्यमंत्री को बार-बार अवगत करवाते रहे कि बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों की आयु 45 पार हो रही है. कईयों को तो चार-पांच साल की नौकरी भी नहीं करने को मिलेगी. लेकिन फिर भी सरकार ने बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों की ओर ध्यान नहीं दिया.
इससे यह बात स्पष्ट होती है कि माननीय प्रधानमंत्री का नारा खेलेगा इंडिया बढ़ेगा इंडिया को हिमाचल प्रदेश सरकार जुठला रही है क्योंकि वह प्रदेश में शारीरिक शिक्षकों की भर्ती ही नहीं करना चाहती है. हम बार-बार सरकार से यही मांग करते आए हैं कि शारीरिक शिक्षा को पहली कक्षा से अनिवार्य किया जाए, जिससे हम एक अच्छे खिलाड़ी प्रदेश के लिए तैयार कर सकें, मगर यह तब होगा जब सरकार पहली से शारीरिक शिक्षा अनिवार्य करें और हर स्कूल में पीईटी की भर्ती करें.
इनका कहना है जब से सरकार बनी है तब से एक भी पद नहीं भरा जाना हैरान करने वाली बात है. इस अवसर पर पूरे प्रदेश से आए बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों ने कहा 4 मई को बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के हक में सरकार मजबूती से अपना पक्ष रखे और बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के हक में माननीय कोर्ट अपना फैसला दे. बेरोजगार शारीरिक शिक्षक अध्यक्ष संदीप घई ने कहा अगर 4 मई को हमारे पक्ष में फैसला नहीं आता है तो वह संयुक्त मोर्चा बनाकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का फैसला कर चुके हैं.