सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के बाग आबडा गांव के लिए लाखों रुपये की लागत से बन रही सिंचाई योजना 12 साल से अधर में लटकी हुई है। योजना के तहत लगी पाइप लाइन भी शरारती तत्व उखाड़ कर ले गए है लेकिन विभाग अंजान बना हुआ है।
भजौन पंचायत के स्थानिय लोगों ने बताया कि बाग आबडा गांव के लिए मई 2006 में लाखों रुपये की लागत से सिंचाई योजना का टेंडर लगा था और उस समय संबंधित ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया, लेकिन कुछ समय बाद काम बंद हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि शावडा खाले से गांव के लिए सिंचाई योजना शुरू हुई थी। इस योजना से गांव के किसानों के खेतों के लिए पानी मिलना था। उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने आधी पाइप लाइन तो बिछाकर कुछ छोटे-छोटे टैंक भी बनाए गए थे। लेकिन, कुछ समय बाद काम बंद हो गया। काम बंद होने के कुछ समय बाद शरारती तत्व पाइप लाइन उखाड़ ले गए और टैंक भी टूट गए हैं।
इस बारे में सिंचाई एंव जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन आज तक इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया है, जिस कारण काम जस का तस पड़ा हुआ है। इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है।