डॉक्टर द्वारा जैनरिक दवाइयां न लिखने के मामलों को देखकर राज्य सरकार अब हरकत में आ गई है। यदि कोई चिकित्सक ब्रांडेड दवाई लिखता है तो उसे इसके लिए कारण बताना होगा।अगर चिकित्सक उसका कारण नहीं बता पाता है तो इसके खिलाफ विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
ये बात हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के निदेशक बलदेव ठाकुर ने शनिवार को जोनल अस्पताल धर्मशाला में आयोजित 3 जिलों कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर के डाक्टरों की काऊंसलिंग के दौरान कही। बैठक में स्वास्थ्य निदेशक ने मौजूद चिकित्सकों को जैनरिक दवाइयां लिखने के निर्देश दिए।
नियमों की अनुपालना नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
इस काऊंसलिंग सैशन में नियमों की अनुपालना नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई बारे अवगत करवाने के साथ-साथ स्वास्थ्य संस्थानों में पेश आ रही समस्याओं तथा अन्य कमियों की भी फीडबैक ली गई। इस अवसर पर प्रदेश भर के लगभग 90 चिकित्सकों ने जानकारी हासिल की।