देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अपने पोर्टफोलियो की सभी छोटी कारों का CNG (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) वेरियंट लाएगी। कंपनी ने यह फैसला तेल की खपत घटाने और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण में कमी लाने के लिए लिया है। मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि सरकार मानती है कि CNG साफ-सुथरा ईंधन है। वह 10 हजार CNG डिस्ट्रीब्यूशन आउटलेट खोल रही है। ग्राहकों को भी CNG गाड़ियों से कोई गुरेज नहीं है। हम अपने पोर्टफोलियो की सभी छोटी कारों को CNG में बदलेंगे।
भार्गव के मुताबिक, फैक्ट्री-फिटेड गाड़ियों के मुकाबले बाहर CNG इंजन लगवाने की लागत कम है। टैक्स और मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट की वजह से फैक्टी-फिटिंग महंगी पड़ती है। रेट्रो फिटमेंट इंपोर्टेड पार्ट्स के साथ किया जाता है। यह भारत में नहीं बनता। सरकार को मेक इन इंडिया को प्रमोट करने के लिए फैक्ट्री-फिटेड CNG गाड़ियों को बढ़ावा देना चाहिए। हमें CNG किट देश में ही बनाना चाहिए। CNG कारों में सुरक्षा स्तर भी बेहतर करना होगा।
याद रहे कि मारुति के पास अभी ऑल्टो, ऑल्टो के10, वैगनआर, सिलेरियो, डिजायर टूर एस, ईको, सुपर कैरी जैसे मॉडल के CNG वेरियंट हैं। वहीं, कंपनी के पोर्टफोलियो में कुल 16 गाड़ियां हैं। इस साल की शुरुआत में मारुति ने ये भी कहा था कि 1 अप्रैल 2020 से नए एमिशन नॉर्म्स लागू होने के बाद डीजल गाड़ियों की लागत काफी बढ़ जाएगी, इसलिए वह उनका प्रॉडक्शन बंद करेगी। कंपनी को उम्मीद है कि CNG और हाइब्रिड गाड़ियों की बिक्री में बढ़ोतरी से डीजल कारों का उत्पादन बंद करने की भरपाई हो जाएगी।