अगर जिंदगी में कुछ कर गुजरने की ललक हो और मंजिल निर्धारित की जाए, उसे पाने के लिए सही दिशा में मेहनत की जाए तो सफलता जरूर कदम चूमती है। ऐसा एक मुकाम हासिल किया है हमीरपुर के बड़सर कोटलू गांव से संबध रखने वाली दिव्या रतन ने। दिव्या रतन ने जेएनडीयू अमृतसर से एमएससी में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। वीरवार को घोषित परिणाम में दिव्या ने 96.64 फीसदी अंक लेकर यह उपलब्धि हासिल की है। वह आगे पीएचडी करना चाहती हैं। उनका कहना है कि वह कैंसर रोग पर रिसर्च करेंगी। उसने बीएससी आनर्स कोर्स में भी स्वर्ण पदक हासिल किया था।
दिव्या की बड़ी बहन शिखा शर्मा को वह अपना प्रेरणा स्त्रोत मानती है। शिखा ने भी पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से स्वर्ण पदक जीता था। वह इस समय वैज्ञानिक हैं। उनके पिता मनोज कुमार स्वास्थ्य विभाग में शल्य कक्ष पर्यवेक्षक के पद पर तैनात हैं, जबकि माता सुषमा शर्मा शिक्षा विभाग में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। दिव्या का कहना है कि बेटियों को आगे बढ़ने के लिए परिवार की तरफ से सहयोग मिलता रहे तो वह किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती हैं। उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी को नशे से दूर रह कर अपनी मंजिल को अचीव करना चाहिए।