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NIT हमीरपुर के छात्र निशांत का अमेरिकी कंपनी में हुआ प्लेसमेंट, सालाना पैकेज 1.51 करोड़

जसबीर कुमार |

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) हमीरपुर के छात्र निशांत हाडा को डेढ़ करोड़ रुपये का रिकॉर्ड प्लेसमेंट पैकेज मिला है। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के दोहरी डिग्री बीटेक और एमटेक कार्यक्रम के अंतिम वर्ष के छात्र निशांत का चयन अमेरिका की फाइनांस कंपनी ब्लूमबर्ग के लिए हुआ है। सालाना 1.51 करोड़ रुपये का पैकेज पाकर निशांत ने संस्थान के प्लेसमेंट पैकेज के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यही नहीं, यह उत्तर भारत का सर्वाधिक पैकेज माना जा रहा है। इससे पूर्व जून 2019 में एनआईटी हमीरपुर के ही कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के दोहरी डिग्री बीटेक और एमटेक कार्यक्रम के छात्र परम सिंह की 1.20 करोड़ के सालाना पैकेज पर अमेरिका की एक साफ्टवेयर कंपनी में नियुक्ति हुई थी।

निशांत इस साल दिसंबर में अपनी डिग्री पूरी करेंगे जबकि अमेरिकन कंपनी में सितंबर 2022 से पूर्व ज्वाइनिंग देनी है। निशांत मूलत: राजस्थान के हैं। उनके पिता देवेंद्र सिंह एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर हैं और माता सरिता सिंह स्कूल में सेवारत हैं। एनआईटी हमीरपुर के कार्यकारी निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी, रजिस्ट्रार प्रो. योगेश गुप्ता और कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. टीपी शर्मा ने निशांत और उनके माता-पिता को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।

प्रो. अवस्थी ने बताया कि संस्थान का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने नई शिक्षा नीति विशेष रूप से बहु-प्रवेश-एकाधिक निकास की सुविधा शुरू की है। विद्यार्थियों को लघु शोध निबंध कार्य के साथ इंटर्नशिप और छात्रों को भविष्य में उद्योग में एक सेमेस्टर की इंटर्नशिप की अनुमति देने के लिए संस्थान योजना बना रहा है। बशर्ते वे छात्रवृत्ति सहित प्रशिक्षण पाने की स्थिति में हों। इससे यह फायदा होगा कि वे भविष्य में संबंधित कंपनी में नौकरी पाने में समर्थ होंगे। निशांत की इस उपलब्धि से परिजनों व क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है।

बता दें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर देश के 31 एनआईटी में से एक है, जो सात अगस्त 1986 को सरकार के एक संयुक्त और सहकारी उद्यम के तौर पर क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में अस्तित्व में आया। स्थापना के समय संस्थान में केवल दो विभाग थे, सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जिनमें प्रत्येक में 30 विद्यार्थियों का प्रवेश था। इसके बाद 26 जून 2002 को आरईसी हमीरपुर को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अपग्रेड किया गया। तब से लेकर संस्थान ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। संस्थान के कई विद्यार्थी देश-विदेश में उच्च पदों पर सेवाएं दे रहे हैं।