लाहौल स्पीति के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने 18 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इन पुलिस कर्मियों पर सेना काफिला लेकर लेह जा रहे कैप्टन स्तर के एक सैन्य अधिकारी की ऑन लाइन शिकायत पर निलंबित किया गया है।
यह सभी पुलिस कर्मी कोकसर, दारचा और सरचू में बैरियरों पर तैनात थे। यहां पर तैनात पुलिस कर्मियों ने अधिकारी से 200 रुपए रिश्वत के तौर पर लिए। इस दौरान जब उक्त अधिकारी ने अपना परिचय दिया तो पुलिस कर्मियों ने उनसे लिए 200 रुपए वापस कर दिए।
आन लाइन शिकायत में कहा गया है कि सैन्य काफिले में शामिल वाहनों को जल्दी आगे भेजने के लिए इन पुलिस कर्मियों ने रिश्वत मांगी। माना जा रहा है वाहनों को जल्दी आगे भेजने की एवज में पैसे लेने का यह क्रम लम्बे समय से चल रहा था।
वहीं, अब सैन्य काफिले से भी वसूली के चक्कर मे 18 पुलिस कर्मी फंस गए। ऑनलाइन शिकायत मिलते ही लाहौल स्पीति के नए SP ने निलंबन के आदेश जारी करने जैसी बड़ी कार्रवाई अमल में लाई। पुलिस के इस कारनामे की लोगों में काफी चर्चा है।
रिश्वतखोरी करने वालों की पुलिस में कोई जगह नहीं:
लाहौल-स्पीति के एस.पी. ने कहा कि 18 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड कर दिया है। इस तरह की गड़बड़ी करने और विभाग को बदनाम करने वाले अन्य लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा। कोकसर, दारचा और सरचू में अन्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पुलिस ईमानदारी के लिए जानी जाती है ऐसे रिश्वतखोरी करने वालों की पुलिस में कोई जगह नहीं है।